नई
दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में
एकाध क्षेत्रों को छोड़ अन्य में सोयाबीन की फसल अच्छी स्थिति में है, तथा
कटाई तक मौसम अनुकूल रहा तो चालू खरीफ में उत्पादन बढ़ने का अनुमान है।
सोयाबीन
प्रोससर्स एसोसिएशन आफ इंडिया, सोपा ने सोयाबीन के प्रमुख उत्पादक राज्यों
का दौरा करने के साथ ही सेटेलाईट इमेज के अनुसार अधिकांश क्षेत्रों में
सोयबीन की फसल अच्छी स्थिति में है। अधिकांश फसल फूलने और फली बनने की
अवस्था में है, जबकि सोयाबीन के खेत ज्यादातर खरपतवार मुक्त होते हैं और
इसमें कीड़ों या बीमारियों का कोई खास असर नहीं होता है।
सोपा के
अनुसार हालांकि ज्यादा और लगातार बारिश के कारण महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश
के कुछ जिलों में निचले इलाकों में जरुर सोयाबीन के खेतों में पानी भरा हुआ
है, जिससे पत्तियां पीली पड़ रही हैं और इन क्षेत्रों में फसल को कुछ
नुकसान हो सकता है, साथ ही उत्पादकता में भी इन क्षेत्रों में कमी आयेगी।
हालांकि
पीला मोज़ेक वायरस का किसी भी राज्य में फसल पर ज्यादा असर नहीं है। माना
रहा है कि यदि सितंबर में मौसम फसल के अनुकूल रहता है और तापमान में अचानक
और महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होता है। साथ ही फसल की कटाई तक मौसम अनुकूल रहा
तो इस साल सोयाबीन का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।
कृषि मंत्रालय के
अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुआई 120.37 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है
जोकि पिछले साल की समान अवधि के 120.63 लाख हेक्टेयर थोड़ी कम है।
08 सितंबर 2022
मौसम अनुकूल रहा तो सोयाबीन का उत्पादन बढ़ने का अनुमान - सोपा
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