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23 सितंबर 2022

नए सीजन के आरंभ में कॉटन का ओपनिंग स्टॉक 38.87 लाख गांठ, पिछले साल से 46 फीसदी कम

नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2022 से शुरू होने वाले फसल सीजन 2022-23 में कॉटन का ओपनिंग स्टॉक केवल 38.87 लाख गांठ का ही होगा, जोकि पहली अक्टूबर 2021 के 71.84 लाख गांठ से 45.89 फीसदी कम है।


कमेटी आफ कॉटन प्रोडक्शन एवं कंजम्शन, सीओसीपी के अनुसार फसल सीजन 2021-22 के दौरान देश से जहां 43 लाख गांठ का निर्यात हुआ है, वहीं 14 लाख गांठ का आयात हुआ है। जबकि इसके पिछले फसल सीजन 2019-20 के दौरान देश से 47.04 लाख गांठ का निर्यात हुआ था, जबकि 15.50 लाख गांठ का आयात हुआ था।  

कॉटन की कीमतों में सप्ताह से चली आ रही गिरावट गुरूवार को रुक गई, तथा अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कॉटन के दाम 500 रुपये तेज होकर 74,500 से 75,500 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो हो गए। हालांकि बढ़ी हुई कीमतों में स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर देखी गई।

व्यापारियों के अनुसार विदेशी बाजार में बुधवार को कॉटन की कीमतों में तेजी आई थी, साथ ही आईसीई के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में आज सुबह के सत्र में इसके दाम तेज खुले थे, हालांकि शाम को भाव नरम हो गए।

विदेशी बाजार में बुधवार को कॉटन की कीमतों में तेजी दर्ज की गई थी। आईसीई कॉटन के दिसंबर वायदा अनुबंध में 359 प्वांइट की तेजी आकर भाव 96.92 सेंट हो गए थे। मार्च-2023 वायदा अनुबंध में 361 प्वांइट की तेजी आकर भाव 94.06 सेंट हो गए थे। इस दौरान जुलाई-23 वायदा अनुबंध में 307 प्वाइंट की तेजी आकर भाव 89.09 सेंट हो गए थे।

उत्पादक मंडियों में नई कपास की दैनिक आवक बढ़ रही है तथा मौसम साफ रहा तो अगले महीने दैनिक आवकों का दबाव बनेगा। चालू सीजन में कॉटन का उत्पादन अनुमान ज्यादा है, ऐसे में घरेलू बाजार में आगे इसकी कीमतों में आगामी दिनों गिरावट ही आने का अनुमान है। गुरूवार को उत्पादक राज्यों की मंडियों कपास की आवक बढ़कर 13 से 14 हजार गांठ, एक गांठ-170 किलो की हुई।

जानकारों के अनुसार धागे में स्थानीय एवं निर्यात मांग सामान्य की तुलना में कमजोर है जिस कारण कॉटन की मौजूदा कीमतों में स्पिनिंग मिलों को डिस्पैरिटी का सामाना करना पड़ रहा है। 

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