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05 जुलाई 2021

दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के शेष हिस्सों में शनिवार तक मानसून पहुंचने का अनुमान — आईएमडी

नई दिल्ली।  भारत मौसम विज्ञान विभाग, आईएमडी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के शेष हिस्सों के साथ शनिवार के आसपास पहुंचने की संभावना है।

उत्तर भारत के राज्यों में पारा सामान्य से ऊपर चल रहा है तथा मानसून की बेरुखी से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं, क्योंकि देश के कई राज्यों में जहां खरीफ की फसलों की बुआई पिछड़ रही है, वहीं बुआई हो चुकी फसलें भी सूखने के कगार पर है। उत्तर भारत के राज्यों के अलावा मध्य भारत के भी कई राज्यों में पिछले दस, बारह दिनों से बारिश नहीं हो रही है। माना जा रहा कि अगर अगले आठ-दस दिन और बारिश नहीं हुई तो फिर फसलें सूखने लगेंगे। खरीफ में धान और गन्ने को छोड़ अन्य फसलों का उत्पादन काफी हद तक मानूसनी बारिश पर निर्भर करता है।

भारतीय कृषि अनुसंधान सस्थान, आईएआरआई के डा. जेपी एस ड़बास (प्रधान वैज्ञानिक व इंचार्ज, केटेट) ने बताया कि उत्तर भारत के राज्यों में कपास की बुआई सबसे पहले होती है, तथा इसका उत्पादन काफी हद तक बारिश पर ही निर्भर करता है। उन्होंने बताया कि बारिश नहीं होने से कपास के साथ ही अन्य फसलों की बुआई तो प्रभावित हो ही रही है, साथ ही अगर मानसून जल्द सक्रिय नहीं हुआ तो फिर इसका असर खरीफ फसलों के उत्पादन पर भी पड़ेगा।

पिछले करीब दो हफ्ते से मानसूनी बादलों के आगे बढ़ने पर ब्रेक लग चुका है। इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ को वजह माना जा रहा है। इस वजह से पश्चिम की ओर से तेज और गर्म हवाएं चल रही हैं। ये हवाएं पूर्व की ओर से आने वाली मानसूनी हवाओं को ब्लॉक कर आगे बढ़ने से रोक रही हैं इसी वजह से मानसूनी हवाएं आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। आईएमडी के अनुसार उत्तर भारत के शेष राज्यों में शनिवार तक मानसून पहुंचने का अनुमान है।

मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश की तलहटी से बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और असम होते हुए नागालैंड तक फैली हुई है। पश्चिमी विक्षोभ को पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के उत्तरी हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में देखा जाता है। पंजाब और इससे सटे पाकिस्तान के हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक उत्तर दक्षिण ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर बिहार से झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में दक्षिण ओडिशा तट तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र श्रीलंका और आसपास बना हुआ है।

अगले 24 घंटों के दौरान कहां बारिश होने का अनुमान


अगले 24 घंटों के दौरान, केरल, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का उत्तरी तटके कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बिहार के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, पश्चिमी हिमालय और दक्षिणपूर्व राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा के 1-2 हिस्सों, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कहां-कहां हुई बारिश

पिछले 24 घंटों के दौरान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, रायलसीमा, तमिलनाडु के अंदरूनी हिस्सों और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। शेष पूर्वोत्तर भारत, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल, तटीय कर्नाटक, दक्षिण कोंकण और गोवा, गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और मध्य और दक्षिण पूर्व राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हुई। झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।

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