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30 जुलाई 2021

मुंबई में आयातित मसूर और तंजानिया चना के भाव तेज, अरहर और उड़द स्थिर

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण शुक्रवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में आयातित मसूर के साथ ही तंजानियां के चना की कीमतों में तेजी आई जबकि अरहर के साथ ही उड़द के दाम स्थिर बने रहे।

कनाडा लाईन की मसूर के भाव मुंबई, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह के साथ ही आस्ट्रेलियाई मसूर के भाव में मुंबई में 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई। केंद्र सरकार द्वारा मसूर के आयात शुल्क में कटौती के साथ ही विदेश से आवक बराबर बनी रहने के बावजूद मिलों की मांग में सुधार आया।

इसी तरह, से तंजानिया चना के भाव भी 50 रुपये बढ़कर 4,850 से 4,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हालांकि विभिन्न राज्यों में नेफेड खरीदे गए चना के स्टॉक की लगातार बिकवाली कर रही है, लेकिन नीचे दाम पर मिलों की मांग में सुधार आया।

विदेश से आयात बना रहने एवं बुआई में हुई 5.37 फीसदी की बढ़ोतरी के बावजूद दाल मिलों की हाजिर मांग बनी रहने से बर्मा लाईन की लेमन अरहर नई के साथ ही पुरानी के क्रमश: 6,450 रुपये और 6,350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। वहीं, अरुषा अरहर के भाव भी 6,250 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। मोजाम्बिक लाईन की गजरी किस्म की अरहर के भाव भी 6,150 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

बर्मा उड़द एफएक्यू नई और पुरानी के भाव क्रमश: 6,800 रुपये और 6,700 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। उड़द की आवक विदेश से बराबर बनी हुई है, साथ ही समर की देसी उड़द भी आ रही है। चालू खरीफ में बुआई में आई 23 फीसदी की गिरावट आई है।

दाल मिलों की हाजिर मांग से सूडान लाईन के काबुली चना के भाव 5,350-5,550 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इस दौरान रूस लाईन के काबुली चना के भाव 5,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। 40 फीसदी आयात शुल्क होने के कारण काबूली चना के आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं।

सरकार की नीतियों को देखते हुए व्यापारी अभी दालों की खरीद कम कर रहे हैं।

नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर अगस्त वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 35 रुपये की गिरावट आई, जबकि सितंबर वायदा अनुबंध में इसके भाव में 32 रुपये का मंदा आया।

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