नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण सोमवार को दिल्ली के नया बाजार में बर्मा की उड़द की कीमतों में तेजी दर्ज की गई जबकि कनाडा लाईन की मसूर की कीमतों में नरमी आई। इस दौरान अरहर के दाम स्थिर बने रहे।
केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार मसूर के आयात शुल्क को 30 फीसदी से घटाकर 20 फीसदी कर दिया है, इसके अलावा मसूर के आयात पर कृषि सेस को भी 20 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया।
चेन्नई बंदरगाह पर नियमित विदेशी आपूर्ति बनी रहने के साथ ही समर उड़द की घरेलू आवक होने के बावजूद भी चालू खरीफ में बुआई में 23 फीसदी की कमी आने से उड़द की कीमतों में सुधार आया। दिल्ली में बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू नई और पुरानी दोनों की कीमतों में 50-100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई।
दिल्ली में उड़द एफएक्यू नई और पुरानी के भाव क्रमश: 6,700 रुपये और 6,675 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि उड़द एसक्यू नई और पुरानी की कीमतें क्रमश: 7,650 और 7,600 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से कनाडा की मसूर की कीमतों में 25 रुपये की गिरावट आकर भाव 6,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि मध्य प्रदेश लाईन की मसूर के दाम 6,800 प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। केंद्र सरकार द्वारा आयात शुल्क में कटौती करने से मिलों की मांग कमजोर देखी गई।
विदेश से लगातार आवक बनी रहने से दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर देखी गई, जिससे बर्मा की लेमन अरहर नई के भाव 6,550 रुपये और पुरानी के भाव 6,350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर अगस्त डिलीवरी वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 30 रुपये की गिरावट आई, जबकि सितंबर वायदा अनुबंध में इसकी कीमतों में 38 रुपये का मंदा आया।
26 जुलाई 2021
दिल्ली में बर्मा उड़द तेज, कनाडा की मसूर में नरम तथा अरहर के भाव स्थिर
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