नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से मुंबई में शुरूआती कारोबार में शुक्रवार को चना, काबूली चना के साथ ही मसूर और अरुषा अरहर की कीमतों में तेजी दर्ज की गई जबकि उड़द के दाम स्थिर बने रहे।
डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 75.15 स्तर पर पहुंच गया है, जिससे दालों का आयात महंगा हो जाएगा। भारतीय, मौसम विभाग, आईएमडी का कहना है कि अगले 7 दिनों में मानसून के आगे बढ़ने की संभावना नहीं है, इससे खरीफ फसल की बुवाई प्रभावित हो सकती है।
दालों में खुदरा के साथ ही थोक में मांग कमजोर है लेकिन व्यापारियों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में दालों की खुदरा के साथ ही थोक मांग बढ़ने की उम्मीद है।
दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से मुंबई में अरुषा अरहर के दाम 50 रुपये बढ़कर भाव 6,000 से 6,050 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि बर्मा की लेमन अरहर पुरानी और नई के भाव क्रमश: 6,000 रुपये और 6,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
दाल मिलों की हाजिर मांग में आये सुधार से कनाडा की मसूर के भाव मुंबई, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह पर और आस्ट्रेलियाई की मसूर के भाव मुंबई में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए। पहले से आयातित मसूर और हाजिर में हो रही आयातित मसूर की कीमतों के बीच अंतर है, जिससे भाव में और भी सुधार आने का अनुमान है, वैसे भी अभी तक सरकार ने मसूर के आयात शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया है। कनाडा से कुल 61,500 टन मसूर काकीनाडा और मुंद्रा बंदरगाह पर पहुंची है, और आयातकों ने गोदामों में रख लिया है।
घरेलू मंडियों में चना की कीमतों में आये सुधार से मुंबई में तंजानिया के चना के साथ ही सुडान के काबूली चना के भाव 50—50 रुपये बढ़कर क्रमश: 4,750 और 5,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। रुस के काबूली चना के भाव 5,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
मुंबई में बर्मा की उड़द एफएक्यू नई और पुरानी की कीमतें क्रमश: 6,300 रुपये और 6,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जुलाई वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 69 की तेजी आई, जबकि अगस्त वायदा अनुबंध में इसके भाव में 68 रुपये का सुधार आया।
02 जुलाई 2021
मुंबई : चना, काबूली चना, मसूर और अरुषा अरहर के भाव तेज, उड़द स्थिर
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