नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण बुधवार को दिल्ली के नया बाजार में अरहर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि अन्य दालों के दाम स्थिर बने रहे।
केंद्र सरकार द्वारा स्टॉक लिमिट लगाएं जाने से व्यापारी स्टॉक को कम कर रहे हैं। सरकार की नीतियों में लगातार बदलाव के कारण दलहन उद्योग पर दबाव बना हुआ है। इसके अलावा, कोरोनावायरस को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन जैसे उपायों के कारण दालों की खपत पर भी असर पड़ा है।
दाल मिलों की मांग में आई कमी से बर्मा की लेमन अरहर के भाव 100 रुपये घटकर 6,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। आगे आयातित अरहर आयेगी, इसलिए मिलें सीमित मात्रा में ही खरीद कर रही हैं। चेन्नई हाजिर बाजार में अरहर की कीमत 50 रुपये घटकर 6,100 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई। आगे के सौदों में, बर्मा की नई अरहर के दाम चेन्नई से दिल्ली के लिए जुलाई डिलीवरी के भाव 100 रुपये घटकर 6,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
चेन्नई और मुंबई से मिले कमजोर संकेतों के साथ ही चेन्नई बंदरगाह पर नियमित विदेशी आपूर्ति और समर की उड़द की आवक बराबर बनी रहने के कारण दाल मिलों की मांग कमजोर रही। दिल्ली में बर्मा उड़द एफएक्यू नई और पुरानी के भाव 6,475 से 6,500 रुपये और एसक्यू नई और पुरानी की कीमतें 7,100 से 7,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर की कीमतें क्रमश: 6,575 और 6,575 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रही।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जुलाई डिलीवरी वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 3 रुपये का सुधार, जबकि अगस्त वायदा अनुबंध में इसकी कीमतों में 14 रुपये का मंदा आया।
14 जुलाई 2021
दिल्ली में अरहर की कीमतों में नरमी, अन्य दालों के दाम स्थिर
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