नई
दिल्ली। जून महीने में देश में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 17
फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 996,014 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल जून
में इनका आयात 1,198,339 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स
एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार मई के मुकाबले जून में खाद्य एवं
अखाद्य तेलों के आयात में 20 फीसदी की कमी आई है, क्योंकि घरेलू बाजार में
कुल उपलब्धता ज्यादा थी।
चालू तेल वर्ष के पहले आठ महीनों नवंबर-20
से जून-21 के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में पांच फीसदी की
बढ़ोतरी होकर कुल आयात 8,674,012 टन का हुआ है, जबकि इसके पिछले तेल वर्ष
की समान अवधि में इनका आयात 8,260,088 टन का हुआ था।
केंद्र सरकार
ने 29 जून, 2021 को अधिसूचना जारी कर क्रूड पाम ऑयल और आरबीडी पामोलिन,
आरबीडी पाम ऑयल और अन्य पर आयात शुल्क में कमी, जिससे सीपीओ पर प्रभावी
शुल्क 5.50 फीसदी कम हो गया, जबकि आरबीडी पामोलिन पर शुल्क 8.25 फीसदी और
आरबीडी पाम ऑयल 18.15 फीसदी 30 सितंबर 2021 तक कम हो गया।
केंद्र
सरकार द्वारा 30 जून, 2021 को जारी अधिसूचना के अनुसार 31 दिसंबर, 2021 तक
आरबीडी पामोलिन और पाम ऑयल के freely आयात की अनुमति देने का निर्णय लिया।
इन दोनों अधिसूचनाओं का भारत में पाम उत्पादों के आयात पर असर पड़ेगा, जो
घरेलू रिफाइनर और तिलहन उत्पादकों के हित के लिए हानिकारक होगा। यह शून्य
शुल्क पर साफ्टा समझौते के तहत नेपाल और बांग्लादेश से परिष्कृत तेलों के
आयात के द्वार भी खोलेगा, जो पूर्वी और उत्तरी भारत में रिफाइनरी उद्योग को
प्रभावित करेगा।
13 जुलाई 2021
जून में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 17 फीसदी घटा - एसईए
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