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29 अप्रैल 2021

चना, काबूली चना और मसूर मुंबई में तेज, अरहर नरम तथा उड़द स्थिर

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से गुरूवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में चना, काबूली चना और मसूर की कीमतों में तेजी दर्ज की गई, जबकि अरहर के दाम नरम बने रहे तथा उड़द के दाम स्थिर बने रहे।

देशभर में बढ़ते कोरोना के मामलों के कारण दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण बर्मा की लेमन अरहर और अरुशा अरहर की कीमतों में 50-100 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 6,500 रुपये और 6,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हालांकि, ट्रेडर्स-मिलर्स को आयात लाइसेंस मिलनें में देरी होने की आशंका है क्योंकि मद्रास उच्च न्यायालय ने 28 जून, 2021 तक डीजीएफटी के आयात कोटा के लाइसेंस के लिए अरहर, उड़द, मूंग के वित्त वर्ष 2021-22 के आयात के लिए स्टे आर्डर जारी किया है। यह स्टे डीजीएफटी के ट्रेडर्स एंड लॉटरी सिस्टम पॉलिसी के खिलाफ है।

कनाडा लाइन की मसूर के दाम मुंबई, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह के साथ ही आस्ट्रेलियाई मसूर में मिलों की मांग में आये सुधार से 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। उधर, सभी उत्पादक मंडियों में मसूर की दैनिक आवक कम हो रही है तथा आयात पड़ते नहीं लगने के कारण मसूर का आयात संभव नहीं है। आयातित स्टॉक कम होने के कारण मिलर्स और बड़े खरीददार आगे घरेलू मसूर की खरीद ज्यादा करेंगे। आयातित मसूर का स्टॉक दिन प्रति दिन कम हो रहा है इसलिए देसी मसूर नीचे दाम पर स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आ रही है।

उड़द एफएक्यू नई के भाव मुंबई में 7,250 रुपये और पुरानी के 7,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

तंजानिया लाईन के चना के साथ-साथ सूडान और रूस के काबुली चना में मिलों की मांग बढ़ने, और आयातित स्टॉक कम होने से मुंबई में 50-100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई।

नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर मई वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 95 रुपये की तेजी आई, जबकि जुलाई वायदा अनुबंध में इसके भाव में 97 रुपये का सुधार आया।

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