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28 अप्रैल 2019

ब्लॉक स्तर पर होगा मौसम का पूर्वानुमान जारी, खेती को होगा फायदा

आर एस राणा
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) वर्ष 2020 तक देश के 660 जिलों के सभी 6,500 ब्लॉकों के स्तर पर मौसम का पूर्वानुमान जारी करने की क्षमता स्थापित करने की परियोजना पर तेजी से काम कर रहा है। इससे खेती को मौसम की अनिश्चितताओं की मार से निपटने में मदद मिलेगी।
वर्तमान में मौसम विभाग जिला आधार पर परामर्श जारी करता है। आईएमडी ने मौसन पूर्वानुमान और एएएस सेवाओं का विस्तार ब्लॉक स्तर तक करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के साथ समझौता किया है। मंगलवार को फिक्की में आयोजित एक कार्यक्रम में आईएमडी के उप महानिदेशक एस डी अत्री ने बताया कि आईसीएआर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद इस दिशा में काफी काम किया गया है। काम तेज गति से चल रहा है, हम लोगों की भर्ती कर रहे हैं और उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं।
200 ब्लॉक में चल रहा है पायलट प्रोजेक्ट
उन्होंने कहा कि मौसम पूर्वानुमानों को और सटीक बनाना और कृषि मौसम परामर्श सेवाओं (एएएस) को अधिक उपयोगी बनाना सबसे चुनौती भरा काम है। उन्होंने कहा कि 200 ब्लॉक में पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है। हमारा लक्ष्य वर्ष 2020 तक 660 जिलों के 6,500 ब्लॉकों को कवर करने का है। इससे फसलों को मौसम की अनिश्चितताओं से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिलेगी।
वर्ष 2020 तक 9.5 करोड़ किसानों को कवर करने का लक्ष्य
अत्री ने कहा कि मौसम विभाग के पास जिला स्तर पर मौसम आधारित सलाह प्रसारित करने के लिए 130 फील्ड इकाइयां हैं। देश के 530 जिलों में ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के तहत कृषि विज्ञान केंद्र में ऐसी इकाइयों को स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 4 करोड़ किसानों को एसएमएस और एमकिसान पोर्टल के जरिए जिला स्तर का मौसम पूर्वानुमान उपलब्ध कराया जा रहा है। ब्लॉक स्तर पर सेवाओं का विस्तार करके वर्ष 2020 तक देशभर के 9.5 करोड़ किसानों को कवर करने का लक्ष्य रखा गया है।
मिलकर काम करने की जरुरत
आईसीएआर के उप महानिदेशक (कृषि विस्तार) ए के सिंह ने इस अवसर पर कहा कि कृषि गतिविधियों में विस्तार के लिए सार्वजनिक, निजी और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को साथ काम करने की जरूरत है।......आर एस राणा

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