आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू खरीफ विपणन सीजन 2018-19 में कॉटन कार्पोरेशन आफ इंडिया
(सीसीआई) ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएपी) पर 10.7 लाख गांठ (एक गांठ-170
किलो) कपास की खरीद की है। कुल खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी करीब 70
फीसदी तेलंगाना और महाराष्ट्र की है।
सीसीआई के एक वरिष्ठ
अधिकारी के अनुसार उत्पादक मंडियों में कपास के भाव इस समय समर्थन मूल्य से
उंचे भाव चल रहे हैं, इसलिए मंडियों में कपास बेची जा रही है। उन्होंने
बताया कि कपास की बिक्री बाजार भाव पर की जा रही है। चालू सीजन में
तेलंगाना से सबसे ज्यादा 7.77 लाख गांठ और आंध्रप्रदेश से 1.95 लाख गांठ
कपास खरीदी है।
सीसीआई के अनुसार चालू सीजन में उत्पादक मंडियों
में 16 अप्रैल तक 278.83 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है जबकि पिछले साल
इस समय तक 286.03 लाख गांठ की आवक हुई थी। चालू सीजन में उत्पादक राज्यों
की मंडियों में अब केवल 22.76 फीसदी कपास ही बची हुइ है। सीसीआई के अनुसार
चालू सीजन 2018-19 में 361 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान है जबकि
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) के अनुसार उत्पादन 321 लाख गांठ ही होने
का अनुमान है।
सीसीआई के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की
मंडियों में कपास की आवक 72.51 लाख गांठ, महाराष्ट्र की मंडियोें में 63.27
लाख गांठ, तेलंगाना की मंडियों में 35.46 लाख गांठ हो चुकी है। इसके अलावा
राजस्थान की मंडियों में 25.91 लाख गांठ, हरियाणा की मंडियों में 21.95
लाख गांठ, मध्य प्रदेश की मंडियों में 20.75 लाख गांठ, आंध्रप्रदेश की
मंडियों में 10.27 लाख गांठ, कर्नाटक की मंडियों में 11.56 लाख गांठ की आवक
हो चुकी है।............ आर एस राणा
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