आर एस राणा
नई
दिल्ली। उद्योग अक्टूबर 2018 से अभी तक चार बार कपास उत्पादन अनुमान में
कटौती कर चुका है। ताजा अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में कपास
का उत्पादन 7 लाख गांठ घटकर 321 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलोग्राम) ही होने
का अनुमान है। पिछले साल देश में 365 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था।
कॉटन
एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) के अध्यक्ष अतुल एस. गणात्रा के अनुसार प्रमुख
कपास उत्पादक राज्यों तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश, गुजरात और
महाराष्ट्र के साथ ही तमिलनाडु और ओडिशा में कपास के उत्पादन में कमी आने
का अनुमान है। तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में कपास की तीसरी और चौथी
पिकिंग नहीं हो पाई थी, जबकि अन्य राज्यों में मानसूनी बारिश कम होने से
प्रति हेक्टेयर उत्पादकता में कमी आई है।
उद्योग 27 लाख गांठ घटा चुका है उत्पादन अनुमान
सीएआई
ने अक्टूबर 2018 में 348 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान जारी किया
था, उसके बाद से इसमें 27 लाख गांठ की कटौती की जा चुकी है। उद्योग के नए
अनुमान के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में चालू सीजन में कपास का
उत्पादन घटकर 82.50 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य
में 105 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। उधर महाराष्ट्र में 76.20 लाख गांठ ही
होने का अनुमान है पिछले साल महाराष्ट्र में 83 लाख गांठ का उत्पादन हुआ
था। इसके अलावा तेलंगाना में 39 लाख गांठ, आंध्रप्रदेश में 15 और कर्नाटक
में 14.25 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान है।
निर्यात में आ सकती है कमी
पहली
अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू सीजन में 31 मार्च तक उत्पादक मंडियों में
255.83 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है। चालू सीजन में उत्पादन में कमी
आने का असर निर्यात पर भी पड़ने की आशंका है तथा कुल निर्यात घटकर 47 लाख
गांठ ही होने का अनुमान है। पिछले साल 69 लाख गांठ कपास का निर्यात हुआ था।
उद्योग के अनुसार चालू सीजन में कपास का कुल आयात बढ़कर 27 लाख गांठ होने
का अनुमान है जबकि पिछले साल 15 लाख गांठ का ही आयात हुआ था।
बकाया स्टॉक रहेगा कम
उद्योग
के अनुसार चालू सीजन के अंत में 30 सितंबर 2019 को घरेलू मंडियों में कपास
का बकाया स्टॉक घटकर केवल 13 लाख गांठ ही बचने का अनुमान है जबकि पिछले
साल नई फसल की आवक के समय बकाया स्टॉक 28 लाख गांठ का था।...... आर एस राणा
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