विष्व बाजार में मक्का की कीमतें कम होने से भारत से निर्यात पड़ते नहीं
आर एस राणा
नई दिल्ली। पोल्ट्र फीड निर्माता कंपनियों के साथ ही स्टार्च मिलों की मांग से मक्का की कीमतों में तेजी बनी हुई है। दिल्ली में मक्का के भाव बढ़कर 1,340 से 1,350 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। खरीफ में मक्का की नई फसल की आवक सितंबर महीने में बनेगी, इसलिए मौजूदा कीमतों और भी तेजी आने की संभावना है।
मक्का कारोबारी राजेष गुप्ता ने बताया कि मक्का में पोल्ट्री फीड निर्माताओं के साथ ही स्टार्च मिलों की मांग बराबर बनी हुई है जबकि बिहार और आंध्रप्रदेष की मंडियों में आवक कम हुई है। पिछले पंद्रह दिनों में मक्का की कीमतो में करीब 125 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। उत्तर प्रदेष की मंडियों में मक्का के भाव बढ़कर 1,260 रुपये और बिहार की मंडियों में 1,270 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। पंजाब और हरियाणा डिलीवरी मक्का के भाव बढ़कर 1,400 से 1,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
यूएस ग्रेन काउंसिल के भारतीय प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बताया कि विष्व बाजार में मक्का के दाम नीचे होने के कारण भारत से निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं। ब्राजील की मक्का के भाव 166 डॉलर प्रति टन और अर्जेंटीना की मक्का के भाव 167 डॉलर प्रति टन है। अमेरिका में मौसम मक्का की फसल के लिए अनुकूल है जिससे पैदावार ज्यादा ही होने का अनुमान है ऐसे में विष्व बाजार में मक्का की कीमतांें में अभी तेजी की संभावना भी नहीं है। इसलिए भारत से निर्यात पड़ते नई फसल आने के बाद भी लगने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने बताया कि मक्का के एफओबी भाव खाड़ी देषों में 222 से 224 डॉलर प्रति टन हैं तथा सप्ताहभर में इसमें करीब 10 डॉलर प्रति टन की गिरावट आई है।
मक्का कारोबारी पी सी गुप्ता ने बताया कि आवक कम होने से उत्पादक राज्यों की मंडियों में मक्का की कीमतों में तेजी आई है। खरीफ मक्का की आवक सितंबर महीने में षुरु होगी तथा आवकों का दबाव अक्टूबर में बनेगा। ऐसे में अगस्त महीने में मक्का के दाम तेज ही बने रहने की संभावना है। आंध्रप्रदेष की निजामाबाद मंडी में मक्का के भाव बढ़कर 1,370 रुपये, करीमनगर मंडी में 1,445 रुपये और सांगली मंडी में 1,595 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। बिहार से दक्षिण भारत के राज्यों में पहुंच मक्का के सौदे 1,525 से 1,550 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हो रहे हैं।.....आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें