चालू वित्त वर्ष में इलायची के निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। रमजान का पवित्र महीना समाप्त होने के बाद इलायची में खाड़ी देषों की आयात मांग आगामी दिनों में बढ़ेगी, साथ ही त्यौहारी सीजन को देखते हुए घरेलू मांग में भी तेजी आयेगी। हालांकि चालू वित्त वर्ष 2015-16 में इलायची के निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान है लेकिन पैदावार ज्यादा होने से इलायची की कीमतों में अभी तेजी की संभावना नहीं है।
इलायची की निर्यातक फर्म के एक अधिकारी ने बताया कि रमजान का महीने समाप्त होने के बाद खाड़ी देषों की आयात मांग बढ़ेगी, साथ ही घरेलू मांग भी इलायची में आगामी दिनों ज्यादा आयेगी। ऐसे में इलायची की कीमतों में गिरावट की संभावना नहीं है। उन्होंने बताया कि विष्व बाजार में भारतीय इलायची का भाव 10 से 15.50 डॉलर प्रति किलो है जबकि ग्वाटेमाला की इलायची का भाव 6 से 12 डॉलर प्रति किलो है। उन्होंने बताया कि ग्वाटेमाला में इलायची की नई फसल दिसंबर महीने में आयेगी। ऐसे में आगामी महीनों में भारतीय से इलायची का निर्यात बढ़ने की संभावना है। उन्होंने बताया वित्त वर्ष 2014-15 में देष से 4,000 टन इलायची का निर्यात हुआ था जबकि चालू वित्त वर्ष 2015-16 में निर्यात बढ़कर 5,000 टन होने का अनुमान है।
इलायची व्यापारी अरुण अग्रवाल ने बताया नीलामी केंद्रों पर इलायची की साप्ताहिक आवक बढ़कर 4.5 लाख किलो की हो गई है तथा अगले सप्ताह से दूसरी तुड़ाई षुरु हो जायेगी, जिससे बोल्ड क्वालिटी की इलायची की आवक बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में इलायची की पैदावार बढ़कर 24,000 से 25,000 टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 23,000 टन की पैदावार हुई थी। कुमली मंडी में 8 एमएम इलायची के भाव 930 से 950 रुपये 7 एमएम की इलायची के भाव 800 से 810 रुपये और 6 एमएम इलायची के भाव 590 से 600 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार गुरूवार को दो नीलामी केंद्रों पर क्रमषः 41,277 और 27,265 किलो इलायची की आवक हुई तथा इसमें से क्रमषः 40,841 और 26,662 किलो इलायची की नीलामी हो पाई। नीलामी केंद्रों पर इलायची के भाव 640 से 946 रुपये प्रति किलो क्वालिटीनुसार रहे।......आर एस राणा
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