विष्व बाजार में कीमतें कम होने से कारण निर्यात पड़ते नहीं
आर एस राणा
नई दिल्ली। खरीफ उत्पादक राज्यों आंध्रप्रदेष, तेलंगाना और महाराष्ट्र में बारिष कम होने के कारण मक्का की कीमतों में तेजी बनी हुई। सप्ताहभर में मक्का की कीमतों में 75 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। हालांकि विष्व बाजार में मक्का की कीमतें नीचे होने के कारण देष से निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं।
मक्का व्यापारी पूनमचंद गुप्ता ने बताया कि जून महीने में हुई अच्छी बारिष से खरीफ में मक्का की बुवाई तो बढ़ी है लेकिन चालू महीने में बारिष की कमी के कारण फसल सूखने के कगार पर है। यहीं कारण है कि उत्पादक मंडियों में मक्का की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। निजामाबाद मंडी में मक्का के भाव बढ़कर 1,350 रुपये, दावणगिरी मंडी में 1,480 रुपये, करीमनगर में 1,375 रुपये और सांगली मंडी में 1,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। बिहार की गुलाबबाग मंडी में मक्का के भाव बढ़कर 1,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
यूएस ग्रेन काउंसिल के भारतीय प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बताया कि विष्व बाजार में मक्का की कीमतें नीचे होने के कारण भारत से निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं। उन्होंने बताया कि अर्जेटीना की मक्का के भाव 172 से 175 डॉलर और ब्राजील की मक्का के भाव 165 से 170 डॉलर प्रति टन है। ऐसे में भारतीय मक्का के मुकाबले इन देषों की मक्का के भाव कम होने के कारण भारत से निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं।
मक्का व्यापारी राजेष गुप्ता ने बताया कि मक्का की खरीफ फसल की आवक सितंबर-अक्टूबर में बनेगी जबकि इस समय मुर्गी दाना कंपनियों के साथ ही स्टार्च मिलों की मांग अच्छी है। ऐसे में अगस्त महीने तक मक्का की कीमतों में तेजी बनी रहने की संभावना है। दिल्ली में मक्का के भाव 1,300 से 1,325 रुपये और पंजाब-हरियाणा डिलवरी मक्का के भाव बढ़कर 1,400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उन्होंने बताया कि अच्छी मांग को देखते हुए मक्का की कीमतों में और भी 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मक्का की बुवाई बढ़कर 51.38 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 27.64 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।.....आर एस राणा
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