रोलर फ्लोर मिलों को उत्पादक राज्यों की मंडियों से मिल रहा है सस्ता गेहूं
आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं के खरीददार नहीं मिल रहे हैैं। एफसीआई ने पंजाब और हरियाणा से 32 लाख टन से ज्यादा गेहूं बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की थी लेकिन रोलर फ्लोर मिलों ने निविदा भरी ही नहीं।
एफसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगम ने पंजाब और हरियाणा से ओएमएसएस के तहत गेहूं बेचने के लिए निविदा मांगी थी। पंजाब से 27.13 लाख टन और हरियाणा से 5.83 लाख टन गेहूं बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की थी लेकिन निगम को एक भी निविदा प्राप्त नहीं हुई। केंद्र सरकार ने ओएमएसएस के तहत गेहूं बेचने के लिए 1,550 रुपये प्रति क्विंटल का भाव तय किया हुआ है जबकि परिवहन लागत एवं अन्य खर्च मिलों को स्वयं वहन करने होंगे।
गेहूं व्यापारी संदीप गुप्ता ने बताया कि उत्पादक राज्यों की मंडियों खासकर के उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक बराबर बनी हुई है जबकि गेहूं के भाव भी सरकारी बिक्री भाव से काफी नीचे हैं। वैसे भी एफसीआई ने चालू रबी विपणन सीजन 2015-16 के गेहूं की बिक्री के लिए ओएमएसएस के तहत निविदा मांगी थी जबकि चालू रबी सीजन में फसल की कटाई के समय बोमौसम बारिश और ओलावृश्टि से गेहूं की फसल की क्वालिटी प्रभावित हुई थी। ऐसे में फ्लोर मिलर मंडियों से गेहूं की खरीद को तरजीह दे रहे है। उत्पादक राज्यों की मंडियों में गेहूं के भाव 1,350 से 1,550 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
गेहूं के थोक कारोबारी हेंमत जैन ने बताया कि दक्षिण भारत की कंपनियों आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं की अच्छी खरीद कर रही है जबकि चालू सीजन में आस्ट्रेलिया और यूक्रेन से करीब पांच लाख टन गेहूं का आयात भी हो चुका है। उन्होंने बताया कि ओएमएसएस के तहत पंजाब और हरियाणा से अभी गेहूं का उठान नहीं होगा, हॉ अगर एफसीआई मध्य प्रदेश से गेहूं बेचने के लिए निविदा आमंत्रित करती है तो फिर गेहूं की बिक्री शुरु हो सकती है।
एफसीआई चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक एमएसपी पर 276 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद कर चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले ज्यादा है।.......आर एस राणा
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