आर एस राणा
नई दिल्ली। जून महीने में देष से खली के निर्यात में 34 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 1,37,571 टन का ही हुआ है जबकि चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान देष से खली के निर्यात में 29 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 4,41,548 टन का ही हुआ है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएषन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार विष्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण भारत से खली के निर्यात में गिरावट बनी हुई है। जून महीने में देष से कुल 1,37,571 टन खली का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल जून महीने में 2,07,753 टन खली का निर्यात हुआ था। चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान देष से खली का निर्यात घटकर 4,41,548 टन का ही हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2014-15 के अप्रैल से जून के दौरान 6,25,805 टन खली का निर्यात हुआ था।
एसईके अनुसार घरेलू बाजार में सोयाबीन की उंची कीमतें होने के कारण पेराई कम हो रही है जबकि विष्व बाजार में उपलब्धता होने से दाम नीचे बने हुए है। भारतीय बंदरगाह पर सोया खली के भाव घटकर जून महीने में 553 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि मई महीने में इसके भाव 592 डॉलर प्रति टन थे। इसी तरह से सरसों खली के भाव इस दौरान 300 डॉलर प्रति टन से घटकर 277 डॉलर प्रति टन रह गए।
चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान थाइलैंड और ईरान की निर्यात मांग में भारी कमी क्रमषः 72.49 फीसदी और 91.15 फीसदी की आई है। हालांकि इस दौरान दक्षिण कोरिया और वियतनाम को हुए निर्यात में मामूली बढ़ोतरी देखी गई।......आर एस राणा
नई दिल्ली। जून महीने में देष से खली के निर्यात में 34 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 1,37,571 टन का ही हुआ है जबकि चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान देष से खली के निर्यात में 29 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 4,41,548 टन का ही हुआ है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएषन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार विष्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण भारत से खली के निर्यात में गिरावट बनी हुई है। जून महीने में देष से कुल 1,37,571 टन खली का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल जून महीने में 2,07,753 टन खली का निर्यात हुआ था। चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान देष से खली का निर्यात घटकर 4,41,548 टन का ही हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2014-15 के अप्रैल से जून के दौरान 6,25,805 टन खली का निर्यात हुआ था।
एसईके अनुसार घरेलू बाजार में सोयाबीन की उंची कीमतें होने के कारण पेराई कम हो रही है जबकि विष्व बाजार में उपलब्धता होने से दाम नीचे बने हुए है। भारतीय बंदरगाह पर सोया खली के भाव घटकर जून महीने में 553 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि मई महीने में इसके भाव 592 डॉलर प्रति टन थे। इसी तरह से सरसों खली के भाव इस दौरान 300 डॉलर प्रति टन से घटकर 277 डॉलर प्रति टन रह गए।
चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान थाइलैंड और ईरान की निर्यात मांग में भारी कमी क्रमषः 72.49 फीसदी और 91.15 फीसदी की आई है। हालांकि इस दौरान दक्षिण कोरिया और वियतनाम को हुए निर्यात में मामूली बढ़ोतरी देखी गई।......आर एस राणा
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