26 नवंबर 2013
फल, सब्जियां बेचने के लिए शुरू होगा प्लेटफॉर्म
फल और सब्जी किसानों के अपनी उपज बेचने के लिए अब एक प्लेटफॉर्म शुरू होगा, जहां उन्हें अब मिल रही कीमत से बेहतर दाम मिलेंगे और अच्छी किस्म की उपज के लिए और भी अधिक कीमत। यह एक सरकारी कंपनी स्मॉल एग्रीबिजनेस फार्मर्स कंसोर्टियम (एसएफएसी) और एनसीडीईएक्स स्पॉट एक्सचेंज (एनस्पॉट) के संयुक्त प्रयास से संभव हो सकेगा।
एसएफएसी ने एनस्पॉट की सदस्यता ली है और यह किसानों की उपज (फल और सब्जियों) को एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म पर बेचेगा। इसके लिए एसएफएसी फार्म प्रोड्यूसर्स ऑर्गनाइजेशन (एफपीओ) के अपने नेटवर्क का इस्तेमाल करेगा। एफपीओ की देशभर में पहुंच होगी और यह बतौर संग्रहण केंद्र काम करेगा। किसान अपनी उपज इन केंद्रों पर लाएंगे, जहां इसे ग्रेड दिया जाएगा। एनस्पॉट एक या ज्यादा गुणवत्ता और जांच करने वाली एजेंसियों को चिह्नित कर रही हैं, जो गुणवत्ता को प्रमाणित करेंगी और कीमतें ग्रेड पर आधारित होंगी। एनस्पॉट के प्रमुख राजेश सिन्हा ने कहा, 'किसानों को यह फायदा होगा कि उन्हें एक्सचेंज की पारदर्शी कीमतें मिलेंगी और एफपीओ एक एग्रीगेटर के रूप में काम करेगा, जो किसानों के पक्ष में उपज बेचेगा।'
प्रारंभ में यह योजना उन जगहों पर शुरू की जाएगी, जहां सरकार ने भंडारण के लिए बुनियादी ढांचा तैयार कर दिया है। इस व्यवस्था के तहत ग्रेड में बांटी हुई जिंसें एफपीओ द्वारा एक्सचेंज पर लाई जाएंगी और कारोबारी, या संगठित खुदरा शृंखलाएं या खाद्य प्रसंस्करणकर्ता खरीदारी करेंगे। जिंसों के बिकने के बाद किसानों को कीमत मिलेगी। एक्सचेंज मार्जिन के आधार पर काम कर रहा है। यह खरीदारों के न खरीदने पर कीमतों में गिरावट और किसानों के न बेचने पर कीमतों में तेजी की स्थिति को संभालेगा। इस व्यवस्था के तहत कारोबार अगले एक या दो तिमाहियों में शुरू होने की संभावना है। (BS Hindi)
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