12 नवंबर 2013
अक्टूबर में बढ़ा रबर का आयात
अक्टूबर महीने में प्राकृतिक रबर का आयात 81 फीसदी बढ़कर 33,486 टन रहा है, जो अक्टूबर, 2012 में 18,466 टन था। हालांकि आयात में इजाफे की दर मंद पड़ी है, क्योंकि सितंबर के दौरान आयात में 208 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। सितंबर में 45,581 टन आयात हुआ था।
कीमत के मोर्चे पर होने वाला फायदा अब भी रबर आधारित उद्योग को आयात के लिए लुभाता है। हालांकि इससे देसी बाजार के लिए संकट पैदा हो रहा है। स्टैंडर्ड मलेशियाई रबर (एसएमआर) की वैश्विक कीमत घरेलू आरएसएस-4 ग्रेड से 12 रुपये प्रति किलोग्राम कम है, जिससे आयात अब भी फायदे का सौदा है और इसके आयात में लगातार इजाफा हो रहा है।
आयात में हो रही बढ़ोतरी से स्थानीय बाजार में कीमतें गिर रही हैं, जिससे केरल के 10 लाख से भी ज्यादा उत्पादक चिंतित हैं। राज्य के राजनीतिक गलियारों में रबर की कीमतों का मसला गरमा रहा है, क्योंकि यह केरल कांग्रेस जैसी कुछ राजनीतिक पार्टियों का मुख्य आधार है। अक्टूबर के अंत तक चालू वित्त के पहले सात महीनों का आयात 2,14,448 टन पर पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,31,107 टन था। इसमें 64 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2012-13 के दौरान कुल वार्षिक आयात 2,17,364 टन रहा था और आयात के वर्तमान रुझान को देखते हुए इस साल यह आंकड़ा 3,00,000 टन के पार निकलने की संभावना है।
प्रमुख कारोबारियों के मुताबिक देश में कीमतें लगातार गिरने से स्थानीय और वैश्विक कीमतों के बीच अंतर घट गया है, जिससे अक्टूबर के दौरान आयात में वृद्धि की दर कम हुई है। अगस्त से सितंबर तक कीमतों में अंतर 30-35 रुपये प्रति किलोग्राम था। इस समय आरएसएस-4 ग्रेड की कीमत गिरकर 156 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया है।
उत्पादन में कमी जारी
प्राकृतिक रबर का उत्पादन अक्टूबर में 7.3 फीसदी गिरकर 83,000 टन रहा है, जो पिछले साल के इसी महीने में 89,500 टन था।
रबर बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल और मई को छोड़कर इस वित्त वर्ष में उत्पादन गिरावट रही है। अप्रैल से अक्टूबर तक कुल उत्पादन 12.2 फीसदी गिरकर 4,26,000 टन रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि में 4,85,200 टन रहा था। यह लगभग तय है कि वित्त वर्ष 2013-14 में घरेलू वार्षिक उत्पादन में गिरावट दर्ज की जाएगी। रबर बोर्ड की चेयरमैन शीला थॉमस ने कहा कि इस वित्त वर्ष में कुल वार्षिक उत्पादन में 9.4 फीसदी गिरावट रहेगी।
खपत भी हुई कम
रबर बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार प्राकृतिक रबर की खपत में भी अक्टूबर के दौरान गिरावट रही। अक्टूबर में मासिक खपत 4 फीसदी गिरकर 80,500 टन रही, जो पिछले साल अक्टूबर में 83,485 टन थी। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान कुल खपत 3 फीसदी गिरकर 5,69,515 टन रही। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल को छोड़कर सभी महीनों के दौरान खपत में गिरावट दर्ज की गई है। अप्रैल में खपत मामूली बढ़ी थी। (BS Hindi)
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