25 नवंबर 2013
यूपी चीनी संकट खत्म करने की कोशिश जारी
उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों का संकट बरकरार है। वहीं, चीनी मिलों को पेराई शुरू करने की सरकार की डेडलाइन आज खत्म हो रही है। सूत्रों से एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस संकट को खत्म करने के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य के किसानों को सीधे सब्सिडी देने पर विचार रही है। हालांकि, सरकार पूरा नुकसान सब्सिडी के जरिए देने के पक्ष में नहीं है। सब्सिडी के मुद्दे पर अभी तक सरकार को कोई भरोसा नहीं मिला है। पहली बार सरकार ने रंगराजन कमिटी का फॉर्मूला लागू करने का संकेत दिया है।
माना जा रहा है कि राज्य सरकार के मुताबिक गन्ने का 225 रुपये प्रति क्विंटल भाव बहुत कम है। वहीं, सरकार गन्ने के लिए 55 रुपये प्रति क्विंटल का पूरा अंतर देने को तैयार नहीं है। सरकार चीनी मिलों पर दबाव बना रही है कि मिलें कम से कम 240-250 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर गन्ना खरीदें।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के डीजी अविनाश वर्मा का कहना है कि चीनी की कीमतें 29-29.50 रुपये पर हैं जबके चीनी की उत्पादन लागत करीब 36 रुपये आ रही है। इसके आधार पर चीनी मिलें 225 रुपये प्रति क्विंटल तक का ही दाम गन्ना किसानों को दे सकती हैं। इसके चलते चीनी मिलें राज्य सरकार से मांग कर रही हैं कि रंगराजन कमेटी की सिफारिशें जल्द लागू की जाएं।
उम्मीद है कि सरकार कुछ सब्सिडी देने के लिए राजी हो जाएगी लेकिन इसके बाद भी चीनी उत्पादन शुरु करने में 7-10 दिन लग ही जाएंगे। (Hindi>Moneycantorl.com)
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