07 नवंबर 2013
सोने के आयात में 41 फीसदी कमी का अनुमान
एमएमटीसी घरेलू बाजार के लिए आयात घटाएगी, निर्यातकों के लिए बढ़ाएगी
चालू वर्ष में सोने के आयात पर सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों का खासा असर पड़ सकता है। देश में सोने के सबसे आयातक और सार्वजनिक कंपनी एमएमटीसी का अनुमान है कि इस साल सोने का आयात 41 फीसदी घटकर 500 टन रह सकता है।
एमएमटीसी के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक डी. एस. धेसी ने बताया कि सोने के आयात में कमी आई है। चालू वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान कुल 500 टन सोने का आयात होने की संभावना है। पिछले वित्त वर्ष 2012-13 में देश में 850 टन सोने का आयात किया गया था। उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के बीच 400 टन सोने का आयात हो चुका है।
बकाया छह महीनों में ज्यादा से ज्यादा 100 टन आयात होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सोने के आयात पर कई तरह की पाबंदियां लगाई हैं। विश्व बाजार के मुकाबले घरेलू बाजार में सोने के दाम काफी ज्यादा हैं। इसकी वजह से घरेलू बाजार में मांग बहुत कम है। आयात पर इसका सीधा असर है।
व्यापारियों के अनुसार सरकारी पाबंदियों के चलते सोने की सप्लाई कम है। इस वजह से इसका प्रीमियम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता देश है और ज्यादातर मांग आयात से पूरी होती है।
एमएमटीसी प्रमुख ने कहा कि कंपनी घरेलू खपत के लिए सोने के आयात में कटौती करेगी। जबकि ज्वैलरी के निर्यात को बढ़ावा देने के मकसद से निर्यातकों के लिए आयात बढ़ाया जाएगा। कंपनी घरेलू बाजार के लिए सोने के आयात में 30 फीसदी कमी करेगी। लेकिन निर्यातकों से लिए ज्यादा आयात होगा।
निर्यातकों के लिए 3000 किलो सोना आयात का लक्ष्य है। जबकि पिछले वित्त वर्ष में 2200 किलो सोने का आयात किया गया था। धेसी ने कहा कि सरकार द्वारा लगाई पाबंदियां खासी प्रभावी हैं। सोने के आयात में और कड़ाई करने की कोई जरूरत नहीं है। वित्त मंत्रालय ने एमएमटीसी को निर्यातकों के लिए सोने की सप्लाई पर ध्यान देने का निर्देश दिया है। कंपनी इस वर्ग को अब तक 1700 किलो सोने की सप्लाई कर चुकी है। (Business Bhaskar)
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