30 नवंबर 2013
चीनी उत्पादन 10 फीसदी गिरेगा
उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों में गन्ना किसानों और मिल मालिकों के बीच गतिरोध जारी है। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने जिन विशेषज्ञों से संपर्क किया, उनका मानना है कि अगर अगले 15 दिनों में सामान्य रूप से पेराई शुरू नहीं हुई तो 2013-14 में भारत का चीनी उत्पादन पिछले साल के मुकाबले करीब 10 से 15 फीसदी गिर सकता है।
उनमें से एक ने कहा कि हालांकि इससे आपूर्ति पर कोई असर नहीं होगा, क्योंकि चीनी का ओपनिंग स्टॉक जरूरत से काफी ज्यादा (90 लाख टन) है। जाने-माने कृषि अर्थशास्त्री और कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) के चेयरमैन अशोक गुलाटी ने कहा, 'हमारे पास अतिरिक्त स्टॉक है और उत्पादन में 10-15 फीसदी गिरावट से बाजार में संतुलन आएगा।'
हालांकि बहुत से विशेषज्ञों का मानना है कि उत्पादन पर असर पड़ सकता है। एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा, 'गन्ना जितना ज्यादा खेतों में खड़ा रहेगा, उतनी ही उत्पादन पर असर पडऩे की संभावना है, क्योंकि इससे गन्ने में शर्करा की मात्रा कम हो जाती है।Ó खाद्य मंत्री के वी थॉमस और उनके विभाग के अन्य अधिकारियों ने गुरुवार को कहा था कि अभी उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ा है, लेकिन अगर यह गतिरोध समाप्त नहीं हुआ और किसान मिलों में गन्ना नहीं लाते हैं तो उत्पादन में कमी आ सकती है।
थॉमस ने संवाददाताओं से कहा, 'इस गतिरोध की वजह से उत्पादन में गिरावट की अभी कोई संभावना नहीं है।' उन्होंने कहा कि फसल विपणन वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) 2013-14 के दौरान चीनी का उत्पादन करीब 244 लाख टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल से करीब 2.7 फीसदी कम है। हालांकि इस गिरावट की वजह पिछले साल महाराष्ट्र और गुजरात में रहा सूखा है न कि इस समय मिलों और गन्ना किसानों के बीच बना हुआ गतिरोध।
जहां भारत में चीनी का उत्पादन 2013-14 में 244 लाख टन रहने का अनुमान है, वहीं खपत 235 लाख टन अनुमानित है। थॉमस ने कहा, 'चीनी की मांग और आपूर्ति के बीच अंतर 85-90 लाख टन रहने का अनुमान है।'
गन्ने की कीमतों पर बने हुए गतिरोध से पेराई पर असर पड़ा है। उत्तर प्रदेश में 99 से ज्यादा निजी मिलों में से 70 ने परिचालन रोक दिया है। यह पेराई नवंबर मध्य से शुरू हो जानी थी। महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी पेराई ठीक ढंग से शुरू नहीं हो पाई है, क्योंकि वहां भी किसान गन्ने की ऊंची कीमत मांग रहे हैं। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा, 'मेरा भी यही मानना है कि अगर अगले 10-15 दिन में उत्पादन शुरू नहीं होता है तो भारत का चीनी उत्पादन घटेगा।' (BS Hindi)
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