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31 मार्च 2019

नौ राज्यों से पीएम-आशा के तहत 43.89 लाख टन तिलहन-दलहन खरीदेगी सरकार

आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने किसानों से दलहन, तिलहन की खरीद के लिए सितंबर 2018 में प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम-आशा) योजना शुरू की थी। चालू रबी सीजन 2018-19 में इस योजना के तहत केवल 9 राज्यों से ही दलहन एवं तिलहन की खरीद की अनुमति केंद्र सरकार ने दी है, अत: देश के बाकि 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के किसान इस योजना से वंचित रहेंगे। इन 9 राज्यों से भी दलहन-तिलहन के कुल उत्पादन का 24 फीसदी ही खरीद का लक्ष्य तय गया है, ऐसे में सवाल यह है कि इससे कितने किसानों को अपनी फसल का समर्थन मूल्य मिल पायेगा?
किसान उत्पादक मंडियों में चना समर्थन मूल्य से 800-900 रुपये, सरसों 600 से 700 रुपये और मसूर 500 से 700 रुपये प्रति क्विंटल नीचे भाव पर बेचने को मजबूर हैं। राजस्थान की कोटा मंडी के व्यापारी भानू जैन ने बताया कि मंडी में चना 3,700 से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है जबकि केंद्र सरकार ने चना का समर्थन मूल्य 4,620 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। मध्य प्रदेश की सतना मंडी में मसूर के भाव 3,650 से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल रहे, जबकि मसूर का समर्थन मूल्य 4,475 रुपये प्रति क्विंटल हैं। भरतपुर मंडी के कारोबारी पुश्कर राज ने बताया कि मंडी में सरसों 3,400 से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है जबकि सरसों का समर्थन मूल्य 4,200 रुपये प्रति क्विंटल है।
कुल 43.89 लाख टन खरीद का लक्ष्य
नेफेड के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चालू रबी सीजन 2018-19 में दलहन और तिलहन की खरीद तेलंगाना, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, आंध्रप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र तथा हरियाणा से की जायेगी। उन्होंने बताया कि इन राज्यों से चना, सनफ्लावर, मूंगफली, मूंग, उड़द, मसूर और सरसों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 43,89,787 टन करने का लक्ष्य तय किया है जबकि इन राज्यों में इनका उत्पादन 183,02,373 टन होने का अनुमान है।
मध्य प्रदेश से मसूर और चना की खरीद होगी कम
पीएम-आशा योजना के तहत सरकार ने दलहन और तिलहन के कुल उत्पादन का 25 फीसदी तक खरीद करने का ऐलान किया था, जबकि चालू रबी में मध्य प्रदेश से मसूर की खरीद कुल उत्पादन की केवल 15 फीसदी और चना की खरीद 22 फीसदी ही करने का लक्ष्य तय किया है। राज्य में चालू रबी में 11,06,00 टन मसूर के उत्पादन का अनुमान है जबकि खरीद का लक्ष्य 1,69,750 टन का तय किया है। इसी तरह से चना के उत्पादन का अनुमान 52.17 लाख टन का है तथा खरीद का लक्ष्य केवल 11,48,750 टन का ही तय किया है। उधर तमिलनाडु से मूंग की खरीद का लक्ष्य कुल उत्पादन का 20 फीसदी ही तय किया है।
चना की खरीद का लक्ष्य पिछले साल से कम
उन्होंने बताया कि चालू रबी 2018-19 में समर्थन मूल्य पर 22,24,823 टन चना की खरीद का लक्ष्य तय किया गया है जबकि पिछले रबी सीजन में एमएसपी पर 27.24 लाख टन खरीदा था। मसूर की खरीद का लक्ष्य चालू रबी में 2,81,165 टन तथा 16.58 लाख टन सरसों की खरीद का लक्ष्य तय किया है। इसके अलावा रबी में 63 हजार टन मूंगफली तथा 43,228 टन मूंग और 1,28,815 टन उड़द की खरीद का लक्ष्य तय किया है।....... आर एस राणा

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