आर एस राणा
नई
दिल्ली। पहले से सूखे की मार झेल रहे गुजरात और महाराष्ट्र के किसानों को
गर्मियों में पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। गुजरात और
महाराष्ट्र के अलावा राजस्थान, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगला के जलाशयों
में पानी का स्तर पिछले दस साल के औसत स्तर से भी काफी नीचे आ गया है जिस
कारण गर्मियों में पीने के पानी के साथ ही किसानों को फसलों की बुवाई के
लिए सिंचाई में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
केन्द्रीय
जल संसाधन मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान, झारखंड,
ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र
प्रदेश, तेलंगाना और केरल के जलाशयों में पानी का स्तर पिछले साल की तुलना
में कम है जबकि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और
तमिलनाडु के जलाशयों में पानी का स्तर पिछले साल की तुलना में ज्यादा है।
छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश के जलाशयों में पानी का स्तर पिछले साल के बराबर
ही है।
पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में औसत से 14 फीसदी कम पानी
मंत्रालय
के अनुसार 14 मार्च 2019 को पश्चिमी क्षेत्र गुजरात तथा महाराष्ट्र के 27
जलाशयों में पानी का स्तर घटकर कुल भंडारण क्षमता का 24 फीसदी ही रह गया है
जोकि पिछले दस साल के औसत अनुमान 38 फीसदी से 14 फीसदी कम है। पिछले साल
की समान अवधि में पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में कुल क्षमता का 36 फीसदी
पानी था।
गुजरात और महाराष्ट्र के कई तालुका सूखे की चपेट में
मानसूनी
सीजन में बारिश सामान्य से कम होने के कारण ही इन राज्यों की राज्य
सरकारों ने कई जिलों को सूखा घोषित किया हुआ है। महाराष्ट्र सरकार ने
राज्य के 151 तालुकाओं को सूखा घोषित किया हुआ है। गुजरात सरकार ने भी 51
तालुका के 3,367 गांवों को सूखा घोषित किया है।
दखिण भारत के जलाशयों में दस साल के औसत स्तर से पानी कम
दक्षिण
भारत के आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के 31 जलाशयों
में पानी का स्तर पिछले साल से तो ज्यादा है लेकिन 10 साल के औसत स्तर से
कम है। 14 मार्च 2019 को इन जलाशयों में पानी का स्तर कुल भंडारण का 27
फीसदी रह गया है जोकि दस साल के औसत 28 फीसदी से कम है। वैसे, पिछले साल की
समान अवधि में इन राज्यों के जलाशयों में पानी का स्तर 23 फीसदी ही था।
मध्य क्षेत्र के साथ ही उत्तरी क्षेत्र में स्थिति अच्छी
मध्य
क्षेत्र के उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ के 12
जलाशयों में पानी अच्छी स्थिति में है। इन राज्यों के जलाशयों में 14 मार्च
2019 को पानी का स्तर कुल भंडारण क्षमता का 39 फीसदी है जोकि पिछले 10 साल
के औसत 36 फीसदी से ज्यादा है। पिछले वर्ष की समान अवधि में इन जलाशयों
में पानी का स्तर 33 फीसदी था। उत्तरी क्षेत्र के हिमाचल प्रदेश, पंजाब तथा
राजस्थान के छह जलाशयों में पानी का स्तर कुल भंडारण क्षमता का 51 फीसदी
है जोकि पिछले दस साल के औसत 30 फीसदी से ज्यादा है।........... आर एस राणा
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