आर एस राणा
नई
दिल्ली। वियतनाम, दक्षिण कोरिया और फ्रांस की आयात मांग घटने से फरवरी में
डीओससी के निर्यात में 43 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 1,41,779
टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल फरवरी में इनका निर्यात 2,48,663 टन का हुआ
था।
ईरान, थाइलैंड की आयात मांग बढ़ी, अन्य देशों की घटी
सॉल्वेंट
एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार फरवरी में सोया डीओसी
के साथ ही सरसों, राइसब्रान और केस्टर डीओसी के निर्यात में कमी आई है।
चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान डीओसी में
वियतनाम, दक्षिण कोरिया और फ्रांस की आयात मांग कम रही है जबकि थाईलैंड और
ईरान की आयात मांग में बढ़ोतरी हुई है। एसईए के कार्यकारी निदेशक डॉ. बी वी
मेहता के अनुसार चालू वित्त वर्ष में डीओसी में ईरान एक बड़े आयातक के रुप
में उभरा है। ईरान ने चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले 11 महीनों में
2,95,300 टन डीओसी का आयात किया है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में
ईरान के केवल 22,910 टन का ही आयात किया था।
सरसों डीओसी का निर्यात बढ़ा, सोया का घटा
एसईए
के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2018-19 के अप्रैल से फरवरी के दौरान डीओसी का
निर्यात 0.77 फीसदी बढ़कर 27,86,574 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की
समान अवधि में इनका निर्यात 27,65,320 टन का ही हुआ था। सरसों डीओसी का
निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में बढ़कर 9,62,990 टन का हुआ
है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 5,38,988 टन
का ही हुआ था। सोया डीओसी का निर्यात चालू वित्त वर्ष में घटकर 10,80,348
टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात
11,17,340 टन का हुआ था।
सोया डीओसी के भाव बढ़े
घरेलू
बाजार में सोयाबीन की कीमतों में आई तेजी से सोया डीओसी के भाव भी बढ़े
हैं। सोया डीअेासी का भाव फरवरी में बढ़कर भारतीय बंदरगाह पर 435 डॉलर
प्रति टन हो गया, जबकि जनवरी में इसका भाव 413 डॉलर प्रति टन था। सरसों
डीओसी का भाव इस दौरान 218 डॉलर प्रति टन पर स्थिर ही बना रहा।....... आर एस राणा
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