आर एस राणा
नई
दिल्ली। महाराष्ट्र के कई बैंकों ने राज्य के किसानों को मिली
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान योजना की पहली किस्त किसानों
के ऋण खाते में डाल दी है, जिसे राज्य सरकार ने बैंकों को किसानों को पैसा
देने का निर्देश दिया है।
राज्य के कृषि आयुक्त सुहास दिवासे के
अनुसार जिन बैंकों ने किसानों के ऋण खातों में पीएम-किसान योजना की किस्त
जमा कर दी है, उन बैंकों को सख्त निर्देश दिए हैं, साथ ही बैंकों को पत्र
लिखा है कि जिन किसानों का पैसा ऋण खाते में जमा हो गया है, उनका पैसा
वापिस दिया जाये।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सहायक महाप्रबंधक के
अनुसार सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसानों को पीएम-किसान योजना की
राशि उन्हें मिलनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पूरी बैंकिंग प्रणाली ऑनलाइन
है, अत: यदि किसी किसान का बैंक खाता एनपीए में हैं, जो जमा किया गया पैसा
आनलाइन प्रणाली के माध्यम से सीधा किसान के ऋण खाते में जमा हो जाता है।
ऐसी स्थिति में कुछ बैंकों को इस समस्या का सामना करना पड़ा है। उन्होंने
कहा कि सभी बैंकों को पीएम—किसान योजना का पैसा सीधे किसान को देने के लिए
पत्र जारी किया गया है कि बैंक किसानों के ऋण खाते से पैसा निकाल कर
किसानों को दे।
एक अन्य बैंक के अधिकारी के अनुसार बैंकिंग
प्रणाली पूरी तरह से आनलाइन होने के कारण लगभग सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों को
इस समस्या का सामाना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने
पीएम-किसान योजना में सहकारी बैंकों को शामिल नहीं किया है।
पात्र किसानों को बिना देरी मिलेगा पैसा
राज्य
के नांदेड़, परभणी और नासिक जिलों में किसानों ने शिकायत की है कि
पीएम-किसान योजना की राशि उन्हें नहीं मिली है, तथा बैंकों ने किसानों के
ऋण खाते में यह राशि जमा कर दी है। कृषि आयुक्त ने कहा कि इसकी जांच की जा
रही है तथा किसानों को जल्द ही यह पैसा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह
आनलाइन प्रणाली के कारण हुआ है। कृषि आयुक्त ने कहा कि इस मामले को सुलझा
लिया गया है तथा सभी पात्र किसानों को बिना किसी देरी के उनकी किस्तें
मिलेंगी।
बैंक नहीं दे रहे हैं जानकारी
अहमदनगर जिले
के माधे वडगांव के एक किसान बालासाहेब मंडे के अनुसार कोई भी हमें यह नहीं
बता रहा है कि हमारे पैसे का क्या हुआ है? हम जानकारी लेने के लिए बैंक गए
थे, लेकिन बैंक अधिकारी कह रहे हैं कि सरकार ने हमारा पैसा वापस ले लिया
है। मेरे गांव के किसी भी किसान को कोई राशि नहीं मिली है।...... आर एस राणा
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