आर एस राणा
नई
दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार जम्मू-कश्मीर के उत्तरी
भागों के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जिससे आगामी 24 घंटों के दौरान
जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो
स्थानों पर बर्फबारी होने के भी आसार हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों
सहित हिमाचल प्रदेश उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के इलाकों में
छिटपुट बारिश हो सकती है। जबकि उत्तराखंड, पंजाब, केरल और कर्नाटक के भी
अलग-अलग हिस्सों में बारिश होने की उम्मीद है। दिल्ली, पश्चिमी उत्तर
प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में न्यूनतम
तापमान में बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है।
उत्तर भारत के राज्यों में बढ़ा तापमान
बीते
24 घंटों के दौरान अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग भागों मे हल्की
से मध्यम बारिश दर्ज की गयी। जम्मू-कश्मीर और उत्तरी कर्नाटक के आंतरिक
हिस्सों में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश देखी गयी है। उत्तर पश्चिमी और
मध्य भारत में दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़त दर्ज की गई।
राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में दिन का तापमान 40 डिग्री पहुंच गया जोकि
इस सीजन में पहली बार इतना बढ़ा है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा,
दिल्ली, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश के अधिकांश
क्षेत्रो के न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री की बढ़त दर्ज हुई है।
मानसूनी सीजन में अच्छी बारिश की उम्मीद
मौसम
विभाग का कहना है कि इस साल अच्छी और जोरदार बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मॉनसून की चाल पर अल नीनो को कोई खतरा नहीं है।
अल-नीनो की स्थिति न्यूट्रल है। मौसम विभाग ने अलनीनो को लेकर दुनिया भर की
एजेंसियों की आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया
समेत कई देशों की मौसम एजेंसियों समेत भारत की एक निजी एजेंसी ने भी मॉनसून
की चाल पर अलनीनो के असर की आशंका जताई थी।
अल नीना का असर नहीं
आईएमडी
के महानिदेशक के जे रमेश ने कहा है कि इस साल अच्छी बारिश हो सकती है। अल
नीनो के खतरे पर उन्होंने कहा कि अभी तक किसी ने भी मजबूत अलीनो की बात
नहीं की है। हाालंकि, फिलहाल मॉनसून के पैटर्न के बार में भी कुछ कहना
जल्दबाजी ही है लेकिन अभी तक की स्थिति के अनुसार इस साल अच्छी बारिश होगी।
आगे हालात बदल सकते हैं, इसलिए सही अनुमान का इंतजार करना होगा। भारतीय
मौसम विभाग अप्रैल में मॉनसून का पहला अनुमान जारी करेगा।
96 से 104 फीसदी बारिश औसत मानसून
सामान्यत:
औसत या फिर अच्छे मानसून का मतलब है कि लगभग 96 फीसदी से 104 फीसदी बारिश
का हो। अच्छे मॉनसून की यह परिभाषा मौसम विभाग द्वारा दी गई है। वहीं, 90
फीसदी से कम बारिश देश में सूखे की स्थिति रहती है।
खरीफ के साथ रबी फसलों के लिए अच्छा मानूसन जरुरी
मानसूनी
सीजन में अच्छी बारिश होने से खरीफ फसलों का उत्पादन तो अच्छा होता ही है,
साथ ही रबी फसलों की बुवाई के लिए मानसूनी की बारिश अच्छी होना जरुरी है।
पिछले मानसूनी सीजन में देश के गई राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा और
बिहार में सामान्य से कम बारिश हुई थी जिस कारण इन राज्यों के कई जिलों में
सूखे जैसे हालात बन गए थे।........... आर एस राणा
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