आर एस राणा
नई
दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों की मुश्किलें कम होने के बजाए
लगातार बढ़ती ही जा रही है। पहली अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन
2018-19 (अक्टूबर से सितंबर) में 15 मार्च तक राज्य की चीनी मिलों ने
23,821 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है जबकि इस दौरान भुगतान केवल 11,740
करोड़ रुपये का किया है। अत: चीनी मिलों पर राज्य के किसानों का 12,081
करोड़ रुपये बकाया बचा हुआ है। इसके अलावा पिछले पेराई सीजन 2017-18 का भी
250 करोड़ से ज्यादा का बकाया बचा हुआ है।
अमरोह जिले के देहराचक
गांव के गन्ना किसान जोगिंद्र आर्य ने बताया कि उन्होंने अपना गन्ना वेव
शुगर मिल में डाला है तथा अभी तक मिल ने केवल 5 जनवरी तक का ही भुगतान किया
है। अत: जनवरी से मार्च तक का बकाया मिल पर बचा हुआ है। उन्होंने बताया कि
एक तो भुगतान में देरी की जा रही है, दूसरा मिल द्वारा पर्ची भी कम जारी
की जा रही है, जिससे गन्ना किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। वैसे भी गर्मी
शुरू होने से आगे गन्ने में वजन कम हो जायेगा।
राज्य की मिलों को सरकार का संरक्षण प्राप्त
राष्ट्रीय
किसान मजदूर संगठन के संयोजक वी एम सिंह ने कहा कि राज्य की चीनी मिलों को
राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त है, इसीलिए बकाया भुगतान में देरी की जा रही
है। भुगतान नहीं होने से किसान राज्य और केंद्र सरकार से नाराज हैं, तथा
इसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लोकसभा चुनाव में भुगतान
पड़ेगा। उन्होंने बताया कि चालू पेराई सीजन में चीनी मिलों पर किसानों का
बकाया बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है, अगर इसमें ब्याज को
भी मिला दे तो फिर बकाया की रकम और ज्यादा होगी।
प्राइवेट चीनी मिलों पर ज्यादा है बकाया
यूपी
शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपीएसएमए) के एक वष्ठि अधिकारी के अनुसार राज्य की
92 प्राइवेट चीनी मिलों ने पहली अक्टूबर 2018 से 15 मार्च 2019 तक 21,656
करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है, जबकि भुगतान केवल 10,708 करोड़ रुपये का ही
किया है। राज्य की 24 को-आपरेटिव चीनी मिलों ने इस दौरान 2,042 करोड़
रुपये का गन्ना खरीदा है तथा भुगतान केवल 967 करोड़ रुपये का ही किया है।
राज्य की एकमात्र कारपोरेशन मिल ने 123 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है जबकि
भुगतान केवल 64.38 करोड़ रुपये का ही किया है।
प्रतापपुर चीनी मिल ने बंद की पेराई
राज्य
के चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि
देवरिया स्थित प्रतापपुर चीनी मिल ने पेराई बंद कर दी है जबकि अन्य सभी 116
चीनी मिलों में अभी पेराई चल रही है। उन्होंने बताया कि चालू पेराई सीजन
में 15 मार्च तक राज्य में चीनी का उत्पादन 84.14 लाख टन का हुआ है जबकि
गन्ने में रिकवरी की दर 11.30 फीसदी की आ रही है। पिछले पेराई सीजन की समान
अवधि में 84.39 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था, तथा रिकवरी केवल 10.62
फीसदी की ही आ रही थी। उन्होंने बताया कि राज्य में चीनी का उत्पादन आरंभिक
अनुमान 125 लाख टन से कम होने की आशंका है।...... आर एस राणा
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