आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा अरहर की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद बंद होने के बाद से आयातित अरहर की कीमतों पर भी दबाव बना है। म्यांमार से आयातित अरहर की कीमतों में पिछले आठ-दस दिनों में ही 45 डॉलर प्रति टन की गिरावट आ चुकी है। म्यांमार से आयातित अरहर के भाव घटकर 560 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) रह गए जबकि अप्रैल के तीसरे सप्ताह में इसके भाव 605 डॉलर प्रति टन थे। तंजानिया की अरहर के भाव में इस दौरान 50 डॉलर की गिरावट आकर गुरुवार को भाव 555 डॉलर प्रति टन नवासेवा बंदरगाह पर मई-जून शिपमेंट के रह गए।
केंद्रीय एजेंसियां चालू सीजन में एमएसपी पर करीब 8.50 लाख टन अरहर की खरीद कर चुकी है इसके अलावा केंद्रीय पूल में करीब 1.50 लाख टन आयातित अरहर का स्टॉक मौजूद है। इस स्टॉक को बेचने के लिए खाद्य मंत्रालय जल्द ही निविदा आमंत्रित करेगा, इसी का असर आयातित अरहर के साथ ही घरेलू अरहर के भाव पर देखा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय पूल में दलहन का बफर स्टॉक करीब 19 लाख टन का हो चुक है जबकि सरकार ने 20 लाख टन दलहन का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया था।
चालू सीजन में अरहर के भाव में आई गिरावट से खरीफ में अरहर की बुवाई में 20 से 25 फीसदी की कमी आने की आषंका है। ऐसे में मई-जून के बाद आम का सीजन समाप्त होने के बाद अरहर में मांग बढ़ेगी, जिससे इसके भाव में सुधार आने का अनुमान है। मई महीने में अरहर के भाव 3,700 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल रहने का अनुमान है।.............. आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा अरहर की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद बंद होने के बाद से आयातित अरहर की कीमतों पर भी दबाव बना है। म्यांमार से आयातित अरहर की कीमतों में पिछले आठ-दस दिनों में ही 45 डॉलर प्रति टन की गिरावट आ चुकी है। म्यांमार से आयातित अरहर के भाव घटकर 560 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) रह गए जबकि अप्रैल के तीसरे सप्ताह में इसके भाव 605 डॉलर प्रति टन थे। तंजानिया की अरहर के भाव में इस दौरान 50 डॉलर की गिरावट आकर गुरुवार को भाव 555 डॉलर प्रति टन नवासेवा बंदरगाह पर मई-जून शिपमेंट के रह गए।
केंद्रीय एजेंसियां चालू सीजन में एमएसपी पर करीब 8.50 लाख टन अरहर की खरीद कर चुकी है इसके अलावा केंद्रीय पूल में करीब 1.50 लाख टन आयातित अरहर का स्टॉक मौजूद है। इस स्टॉक को बेचने के लिए खाद्य मंत्रालय जल्द ही निविदा आमंत्रित करेगा, इसी का असर आयातित अरहर के साथ ही घरेलू अरहर के भाव पर देखा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय पूल में दलहन का बफर स्टॉक करीब 19 लाख टन का हो चुक है जबकि सरकार ने 20 लाख टन दलहन का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया था।
चालू सीजन में अरहर के भाव में आई गिरावट से खरीफ में अरहर की बुवाई में 20 से 25 फीसदी की कमी आने की आषंका है। ऐसे में मई-जून के बाद आम का सीजन समाप्त होने के बाद अरहर में मांग बढ़ेगी, जिससे इसके भाव में सुधार आने का अनुमान है। मई महीने में अरहर के भाव 3,700 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल रहने का अनुमान है।.............. आर एस राणा
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