सरकार ने जेनिटिकली मॉडिफाइड कॉटनसीड की 3 वेरायटी को रिलीज की मंजूरी दे
दी है। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च ने पीएयू-1, आरएस 2013 और
एफ-1861 वेरायटी का प्रस्ताव सरकार के सामने रखा था। इनकी खासियत है कि
इनका दोबारा इस्तेमाल किया सकता है और ये मौजूदा जेनिटिकली मॉडिफाइड
वेरायटीज से सस्ती है। इससे पहले पिंक बॉलवर्म की समस्या से किसानों को
काफी नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि खबर है कि सरकार के इस कदम को
स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक बताते हुए स्वदेशी जागरण मंच इसका
विरोध कर रहे हैं।
11 मई 2017
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