ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री 16 फीसदी घटी
आर एस राणा
नई दिल्ली। खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत चालू सीजन में गेहूं की बिक्री में 16 फीसदी की कमी आई है। अप्रैल से जनवरी के मध्य तक ओएमएसएस के तहत 32.1 लाख टन गेहूं की बिक्री ही हो पाई्र है। रोलर फ्लोर मिलों द्वारा अगले दो महीनों फरवरी-मार्च में और 17-18 लाख टन गेहूं खरीदने की संभावना है। अतः ओएमएसएस के तहत कुल 50 लाख टन गेहूं ही बिकने की संभावना है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिश्ठ अधिकारी ने मार्किट टाईम्स को बताया कि ओएमएसएस के तहत चालू सीजन में 32.10 लाख टन गेहूं की बिक्री ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 38.35 लाख टन गेहूं की बिक्री हो चुकी थी। जनवरी से बिक्री में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि दिसंबर महीने में 7.21 लाख टन गेहूं इस मद में बिका था जबकि जनवरी में 12.5 लाख टन गेहूं की बिक्री हो चुकी है तथा एक निविदा आनी अभी बाकि है।
उन्होंने बताया कि फरवरी और मध्य मार्च तक ओएमएसएस में गेहूं का उठाव अच्छा रहने का अनुमान है। इस दौरान करीब 17-18 लाख टन गेहूं ओएमएसएस में और बिकने की उम्मीद है। इस तरह से कुल बिक्री करीब 50 लाख टन के आसपास ही होने का अनुमान है। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने ओएमएसएस के तहत 100 लाख टन का आवंटन किया हुआ है।
उन्होंने बताया कि अभी तक हुई बिक्री में सबसे ज्यादा भागीदारी मध्य प्रदेष की रही है। मध्य प्रदेष से 9.68 लाख टन गेहूं बिका है जबकि पंजाब से 4.96 लाख टन, हरियाणा से 3.25 लाख टन, दिल्ली से 3.01 लाख टन, कर्नाटक से 4.62 लाख टन, तमिलनाडु से 1.10 लाख टन और पष्चिमी बंगाल से 1.17 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई है।
केंद्रीय पूल में पहली जनवरी को गेहूं का 251.13 लाख टन गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है जोकि तय मानकों बफ्र स्टॉक 138 लाख टन (बफर और रिजर्व को मिलाकर) से ज्यादा है। पहली अप्रैल से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) नए विपणन सीजन 2015-16 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद षुरू करेगी।
कृशि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी सीजन में 305.6 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 313.6 लाख हैक्टेयर से कम है।...........आर एस राणा
आर एस राणा
नई दिल्ली। खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत चालू सीजन में गेहूं की बिक्री में 16 फीसदी की कमी आई है। अप्रैल से जनवरी के मध्य तक ओएमएसएस के तहत 32.1 लाख टन गेहूं की बिक्री ही हो पाई्र है। रोलर फ्लोर मिलों द्वारा अगले दो महीनों फरवरी-मार्च में और 17-18 लाख टन गेहूं खरीदने की संभावना है। अतः ओएमएसएस के तहत कुल 50 लाख टन गेहूं ही बिकने की संभावना है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिश्ठ अधिकारी ने मार्किट टाईम्स को बताया कि ओएमएसएस के तहत चालू सीजन में 32.10 लाख टन गेहूं की बिक्री ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 38.35 लाख टन गेहूं की बिक्री हो चुकी थी। जनवरी से बिक्री में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि दिसंबर महीने में 7.21 लाख टन गेहूं इस मद में बिका था जबकि जनवरी में 12.5 लाख टन गेहूं की बिक्री हो चुकी है तथा एक निविदा आनी अभी बाकि है।
उन्होंने बताया कि फरवरी और मध्य मार्च तक ओएमएसएस में गेहूं का उठाव अच्छा रहने का अनुमान है। इस दौरान करीब 17-18 लाख टन गेहूं ओएमएसएस में और बिकने की उम्मीद है। इस तरह से कुल बिक्री करीब 50 लाख टन के आसपास ही होने का अनुमान है। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने ओएमएसएस के तहत 100 लाख टन का आवंटन किया हुआ है।
उन्होंने बताया कि अभी तक हुई बिक्री में सबसे ज्यादा भागीदारी मध्य प्रदेष की रही है। मध्य प्रदेष से 9.68 लाख टन गेहूं बिका है जबकि पंजाब से 4.96 लाख टन, हरियाणा से 3.25 लाख टन, दिल्ली से 3.01 लाख टन, कर्नाटक से 4.62 लाख टन, तमिलनाडु से 1.10 लाख टन और पष्चिमी बंगाल से 1.17 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई है।
केंद्रीय पूल में पहली जनवरी को गेहूं का 251.13 लाख टन गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है जोकि तय मानकों बफ्र स्टॉक 138 लाख टन (बफर और रिजर्व को मिलाकर) से ज्यादा है। पहली अप्रैल से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) नए विपणन सीजन 2015-16 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद षुरू करेगी।
कृशि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी सीजन में 305.6 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 313.6 लाख हैक्टेयर से कम है।...........आर एस राणा
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