नई दिल्ली। चालू रबी में दलहन के साथ ही तिलहनों की बुवाई में भी कमी आई है। मानूसनी वर्शा देरी से होने के कारण खरीफ फलसों की कटाई में देरी हुई थी जिसकी वजह से चालू रबी में दलहन और तिलहनी फसलों की बुवाई पर असर पड़ा है।
कृशि मंत्रालय के एक वरिश्ठ अधिकारी ने बताया कि रबी फसलों की बुवाई अब लगभग पूरी हो चुकी है तथा इसमें और बढ़ोतरी की अब संभावना नहीं है। चालू रबी में दलहनी फसलों की बुवाई 138.6 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 154.4 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। रबी दलहन की प्रमुख फसल चने की बुवाई चालू रबी में 83.9 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 99.2 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
रबी तिलहनों की बुवाई भी चालू सीजन में अभी तक 79.3 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुवाई अभी तक 88.5 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। रबी तिलहन की प्रमुख फसल सरसों की बुवाई में सबसे ज्यादा कमी प्रमुख उत्पादक राजस्थान में आई है।
गेहूं की बुवाई चालू रबी में 305.9 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 315.2 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी थी। मोटे अनाजों की बुवाई चालू रबी में 56.7 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई 60 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। मोटे अनाजों में बुवाई में सबसे ज्यादा कमी ज्वार में महाराश्ट् में आई है। …आर एस राणा
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