कुल पेज दृश्य

03 मई 2025

गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद 28 फीसदी बढ़कर 240 लाख टन के पार

नई दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2025-26 में 28 अप्रैल 2025 तक देशभर में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर खरीद 240.5 लाख टन की हो चुकी है जोकि साल की समान अवधि के मुकाबले 28 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल इस समय तक 188.3 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी। 


चालू रबी विपणन सीजन 2025-26 में पंजाब से 95.2 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 85.2 लाख टन से ज्यादा है। इसी तरह से हरियाणा से चालू रबी में 63.7 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 59.9 लाख टन की तुलना में ज्यादा है।

मध्य प्रदेश से चालू रबी में 63.9 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। मध्य प्रदेश ने गेहूं की खरीद के लक्ष्य को 60 लाख टन से बढ़ाकर 70 लाख टन कर दिया है।

व्यापारियों के अनुसार केंद्र सरकार ने स्टॉकिस्टों, व्यापारियों एवं मिलर्स को हर सप्ताह गेहूं के स्टॉक की जानकारी देना अनिवार्य किया हुआ है, इसके बावजूद भी चालू सीजन में स्टॉकिस्टों द्वारा भारी मात्रा में गेहूं की खरीद की जा रही है। व्यापारी मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी से 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक दाम पर गेहूं की खरीद कर रहे हैं।

चालू रबी विपणन सीजन 2025-26 में केंद्र सरकार ने 310 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया था, जिसे बढ़ाकर 322.7 लाख टन कर दिया है। चालू रबी सीजन में पंजाब से 124 लाख टन तथा हरियाणा से 75 लाख टन, मध्य प्रदेश से 60 लाख टन के लक्ष्य को बढ़ाकर 70 लाख टन कर दिया है। उत्तर प्रदेश से 30 लाख टन गेहूं के अलावा राजस्थान से 20 लाख टन और गुजरात से एक लाख टन की खरीद का लक्ष्य है।

रबी विपणन सीजन 2024-25 में केंद्र सरकार ने 320 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य किया था, लेकिन 266 लाख टन ही खरीदारी हो पाई थी।

चालू रबी विपणन सीजन 2024-25 के दौरान पंजाब एवं हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के किसानों से 2,425 रुपये प्रति क्विंटल, एमएसपी की दर से गेहूं की खरीद की जा रही है जबकि मध्य प्रदेश के साथ ही राजस्थान में राज्य सरकार गेहूं की खरीद पर किसानों को बोनस दे रही है।

कृषि मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2024-25 में देश में रिकॉर्ड 1154.30 लाख टन गेहूं के उत्पादन का अनुमान है। गेहूं की बुआई चालू रबी सीजन में बढ़कर 326 लाख हेक्टेयर में हुई थी, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 315.6 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।

कोई टिप्पणी नहीं: