नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए फसल सीजन 2024-25 में खरीदी हुई 27.30 लाख गांठ, एक गांठ 170 किलो से ज्यादा कॉटन की बिक्री कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया, सीसीआई घरेलू बाजार में कर चुकी है।
सूत्रों के अनुसार सीसीआई ने फसल सीजन 2024-25 में खरीदी हुई सबसे ज्यादा की बिक्री महाराष्ट्र में 13.50 लाख गांठ से ज्यादा की हुई है, उसके बाद तेलंगाना में 6 लाख गांठ से ज्यादा तथा एवं गुजरात में 4 लाख गांठ से ज्यादा कॉटन की बिक्री की है। इसके बाद मध्य प्रदेश और कर्नाटक की मिलों ने कॉटन की खरीद की है।
स्पिनिंग मिलों की मांग सीमित होने के कारण गुरुवार को गुजरात में कॉटन की कीमत स्थिर हो गई, जबकि इस दौरान उत्तर भारत के राज्यों में इसकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव शुक्रवार को 54,300 से 54,900 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो पर स्थिर हो गए।
पंजाब में रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव कमजोर होकर 5750 से 5760 रुपये प्रति मन बोले गए।
हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव नरम होकर 5640 से 5680 रुपये प्रति मन बोले गए।
ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव घटकर 5740 से 5780 रुपये प्रति मन बोले गए।
खैरथल लाइन में कॉटन के भाव 55,500 से 55,500 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए।
स्पिनिंग मिलों की मांग सीमित होने के कारण गुजरात में कॉटन की कीमत स्थिर हो गई, लेकिन उत्तर भारत के राज्यों में इसके दाम नरम हो गए। व्यापारियों के अनुसार आईसीई कॉटन वायदा के दाम बुधवार को कमजोर होकर बंद हुए थे, साथ ही आज भी इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में इसकी कीमत कमजोर बनी हुई है। अत: घरेलू बाजार में भी कॉटन की कीमतों पर दबाव है।
घरेलू बाजार में सूती धागे में स्थानीय मांग अच्छी है तथा रुई के दाम पिछले साल की तुलना में अभी भी नीचे बने हुए हैं जिस कारण स्पिनिंग मिलें अच्छे मार्जिन में व्यापार कर रही हैं। इसलिए मिलों की कॉटन में मांग बनी रहने के आसार हैं। घरेलू बाजार में स्पिनिंग मिलों के पास कॉटन का बकाया स्टॉक कम है। इसके बावजूद भी घरेलू बाजार में कॉटन की कीमतों में तेजी, मंदी आईसीई कॉटन वायदा के दाम पर निर्भर करेगी।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार खरीफ सीजन में कपास का उत्पादन 294.25 लाख गांठ (एक गांठ 170 किलोग्राम) होने का अनुमान है, जो कि इसके पहले के अनुमान 299.26 लाख गांठ के मुकाबले कम है।

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