नई दिल्ली, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून 27 मई को केरल तट से टकराएगा। आम तौर पर यह 1 जून को केरल पहुंचता है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगर मानसून 27 मई को आता है तो यह 16 साल में पहली बार होगा जब यह इतनी जल्दी दस्तक देगा। वर्ष 2009 में 23 मई को और वर्ष 2024 में 30 मई को मानसून ने केरल में दस्तक दी थी।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने बताया कि भारत में इस साल चार महीने के मानसून के मौसम में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है। इस दौरान 105 फीसदी बारिश हो सकती है, जो औसत बारिश 87 सेंटीमीटर से ज्यादा है।
आईएमडी के अनुसार केरल में मानसून के जल्दी या देर से आने का मतलब देश में ज्यादा या कम बारिश होना नहीं है। इसमें कई अन्य फैक्टर शामिल होते हैं। हाल में मौसम विभाग ने बताया था कि इस साल दक्षिणी अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीपसमूह में मानसून 13 मई को ही आगे बढ़ सकता है। आमतौर पर ऐसा 20 मई के आसपास होता है, लेकिन इस बार एक हफ्ते पहले ही ऐसा हो रहा है। निकोबार द्वीप समूह से केरल पहुंचने में मानसून को सामान्य तौर पर 10 दिन का समय लगता है।
मौसम विभाग के अनुसार 96 फीसदी से लेकर 104 फीसदी बारिश को सामान्य माना जाता है। 90 फीसदी से कम बारिश को कमी माना जाता है और 90 से 95 फीसदी के बीच बारिश को सामान्य से कम माना जाता है। भारत के कृषि क्षेत्र के लिए मानसून बेहद अहम है। देश में कृषि पर 42 फीसदी आबादी की आजीविका निर्भर है और यह क्षेत्र देश के विकास में 18 फीसदी का योगदान देता है। साथ ही मानसूनी बारिश देश के जलाशयों को भरने और बिजली उत्पादन के लिहाज से भी अहम है।
बीते साल मानसून ने केरल में 30 मई को दस्तक दी थी। वहीं साल 2023 में 8 जून को, 2022 में 29 मई को और 2021 में 3 जून को तथा साल 2020 में 1 जून को मानसून केरल पहुंचा था।
आमतौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून एक जून को केरल पहुंचकर 8 जुलाई तक पूरे भारत को कवर कर लेता है। 17 सितंबर से मानसून भारत के उत्तर पश्चिमी इलाकों से पीछे हटना शुरू हो जाता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से विदा हो जाता है।
मौसम विभाग ने अपने अप्रैल महीने के अनुमान में साल 2025 में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद जताई है। इससे अल-नीनो के असर को नकारा जा रहा है, क्योंकि अल नीनो के असर से सामान्य से कम बारिश होती है।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें