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05 मार्च 2025

स्पिनिंग मिलों की मांग बढ़ने से गुजरात के साथ ही उत्तर भारत में कॉटन नरम

नई दिल्ली। स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर होने के कारण शनिवार को गुजरात के साथ ही उत्तर भारत में कॉटन की कीमतों में नरमी दर्ज की गई।


गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव शनिवार को 150 रुपये कमजोर होकर 52,900 से 53,300 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो रह गए। चालू सप्ताह में इसकी कीमतों में 400 रुपये प्रति कैंडी का मंदा आया है।

पंजाब में रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव नरम होकर 5490 से 5500 रुपये प्रति मन बोले गए।
हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव कमजोर होकर 5480 से 5490 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव घटकर 5525 से 5550 रुपये प्रति मन बोले गए। खैरथल लाइन में कॉटन के भाव नरम होकर 53,300 से 53,400 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए। देशभर की मंडियों में कपास की आवक 83,000 गांठ, एक गांठ-170 किलो की हुई।

स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर होने के कारण गुजरात के साथ ही उत्तर भारत में कॉटन की कीमत लगातार तीसरे दिन नरम हो गई। व्यापारी कॉटन की कीमतों में अभी एकतरफा बड़ी तेजी के पक्ष में नहीं है। जानकारों के अनुसार खपत में कमी आने के कारण विश्व बाजार में कॉटन के दाम घरेलू बाजार की तुलना में नीचे बने हुए हैं जिस कारण इसके आयात पड़ते सस्ते हैं तथा निर्यात सौदे सीमित मात्रा में ही हो रहे हैं।

व्यापारियों के अनुसार खपत का सीजन होने के कारण मार्च में सूती धागे की स्थानीय मांग बढ़ने की उम्मीद है, हालांकि सूती धागे की निर्यात मांग कमजोर बनी हुई है।

सीसीआई की न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर कपास की खरीद बंद है, इसलिए उत्पादक मंडियों में आवकों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।

कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन में कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो होने का अनुमान है, जो क‍ि पिछले खरीफ 2023-24 के 325.22 लाख गांठ के मुकाबले कम है।

कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई ने चौथे आरंभिक अनुमान में कॉटन के उत्पादन अनुमान में 2.50 लाख गांठ की कटौती की है। पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2024-25 में देश में 301.75 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो कॉटन के उत्पादन का अनुमान है, जबकि इससे पहले 304.25 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान था। पिछले फसल सीजन 2023-24 के दौरान देश में 325.29 लाख गांठ कॉटन का उत्पादन हुआ था।

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