नई दिल्ली। उत्पादक राज्यों के किसानों से अरहर की न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर खरीद में तेजी आई है। आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र के साथ ही तेलंगाना की मंडियों से 11 मार्च तक 1.31 लाख टन अरहर की खरीद एमएसपी पर की गई है।
अन्य राज्यों में भी अरहर की खरीद बहुत जल्द शुरू की जाएगी। अरहर की खरीद नेफेड के ई-समृद्धि पोर्टल और एनसीसीएफ के संयुक्ति पोर्टल पर पहले से पंजीकृत किसानों से की जाती है। केंद्र सरकार केंद्रीय नोडल एजेंसियों नैफेड और एनसीसीएफ के माध्यम से किसानों से 100 फीसदी अरहर की खरीद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
केंद्र सरकार ने अरहर, उड़द और मसूर के उत्पादन का 100 फीसदी न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर खरीदने की प्रतिबद्धता जताई है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार फसल सीजन 2024-25 के लिए सरकार ने 13.22 लाख टन अरहर, 9.40 लाख टन मसूर और 1.35 लाख टन उड़द की खरीद समर्थन मूल्य पर की जायेगी।
केंद्र सरकार ने एकीकृत प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अधिनियम, पीएम आशा योजना को 15वें वित्त आयोग चक्र के दौरान 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। एकीकृत पीएम-आशा योजना खरीद कार्यों के कार्यान्वयन में अधिक प्रभावशीलता लाने के लिए चलाई जाती है जो न केवल किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य प्रदान करने में मदद करेगी, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए सस्ती कीमतों पर उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करके आवश्यक वस्तुओं की कीमत में अस्थिरता को भी नियंत्रित करेगी।
पीएम आशा योजना की मूल्य समर्थन योजना के तहत निर्धारित उचित औसत गुणवत्ता, एफएक्यू के अनुरूप अधिसूचित दलहन, तिलहन और खोपरा की खरीद केंद्रीय नोडल एजेंसियों, सीएनए द्वारा राज्य स्तरीय एजेंसियों के माध्यम से पूर्व पंजीकृत किसानों से सीधे एमएसपी पर खरीद की जाती है।
दालों के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने में योगदान देने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए सरकार ने फसल सीजन 2024-25 के लिए अरहर, उड़द और मसूर राज्य के उत्पादन के 100 फीसदी के बराबर मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत खरीद करने की अनुमति दी है।
सरकार ने बजट 2025 में यह भी घोषणा की है कि देश को दालों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए केंद्रीय नोडल एजेंसियों के माध्यम से 2028-29 तक अगले चार वर्षों के लिए राज्य के उत्पादन का 100 फीसदी अरहर, उड़द और मसूर की खरीद की जाएगी।
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