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10 जुलाई 2024

राजस्थान में खरीफ फसलों की 46 फीसदी हो चुकी है बुआई, पिछले साल की तुलना में पिछड़ी

नई दिल्ली। राजस्थान में चालू खरीफ सीजन 2024 में 8 जुलाई तक 75.63 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुआई हो चुकी है जोकि तय लक्ष्य का 45.91 फीसदी है। जून में बारिश सामान्य से कम हुई थी, इसलिए पिछले साल की तुलना में बुआई पीछे चल रही है। पिछले साल इस समय तक राज्य में 113.67 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुआई हो चुकी थी।


जानकारों के अनुसार राज्य में पहली जून से 9 जुलाई के दौरान सामान्य की तुलना में 17 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। इसलिए चालू महीने में बुआई में तेजी आई है।

राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार 8 जुलाई तक राज्य में दलहनी फसलों की बुआई केवल 12.01 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले खरीफ में इस समय तक 22.32 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। खरीफ दलहन की प्रमुख फसल मूंग की बुआई चालू खरीफ में 7.89 लाख हेक्टेयर में, उड़द की 1.55 लाख हेक्टेयर में तथा मोठ की 2.28 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 15.03 लाख हेक्टेयर में, 2.67 लाख हेक्टेयर एवं 4.17 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।

राज्य में चालू खरीफ सीजन में तिलहनी फसलों की बुआई 16.45 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 18.36 लाख हेक्टेयर की तुलना में कम है। खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुआई राज्य में 9.65 लाख हेक्टेयर में तथा मूंगफली की 6 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 9.67 लाख हेक्टेयर और 7.28 लाख हेक्टेयर में हुई थी।

मक्का, बाजरा एवं धान के साथ ही ज्वार की बुआई राज्य में 31.04 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई 51.73 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। मोटे अनाजों में बाजरा की बुआई चालू खरीफ में 19.26 लाख हेक्टेयर में, मक्का की 6.86 लाख हेक्टेयर में तथा ज्वार की 3.49 लाख हेक्टेयर में ही हुई है। पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 37.28 लाख हेक्टेयर में, 8.05 लाख हेक्टेयर और 4.99 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।

कपास की बुआई राज्य में चालू खरीफ में घटकर केवल 4.75 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 7.60 लाख हेक्टेयर की तुलना में कम है।

इसी तरह से ग्वार सीड की बुआई राज्य में चालू खरीफ में घटकर केवल 9.37 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 10.31 लाख हेक्टेयर की तुलना में कम है।

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