नई दिल्ली। वर्ष 2023 के जनवरी से दिसंबर के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात 6.18 फीसदी बढ़कर 6.18 लाख टन का हुआ है जबकि वर्ष 2022 की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 5.82 लाख टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार दिसंबर 2023 में कैस्टर तेल का निर्यात पिछले के दिसंबर की तुलना में बढ़ा है। मौजूदा निर्यात मांग को देखते हुए निर्यातकों को उम्मीद है कि जनवरी में भी इसके निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
गुजरात में कैस्टर सीड की कीमतों में सीमित तेजी, मंदी बनी हुई है। देशभर की मंडियों में 90 हजार से एक लाख बोरी, एक बोरी 35 किलो कैस्टर सीड की आवक हो रही है, तथा निर्यातकों की मांग भी बराबर बनी हुई है। इसलिए इसके भाव में अभी ज्यादा मंदे के आसार नहीं है। हालांकि फरवरी में कैस्टर तेल की निर्यात मांग कैसी रहती है, इस पर तेजी, मंदी निर्भर करेगी।
जानकारों के अनुसार गुजरात की मंडियों में कैस्टर सीड की दैनिक आवक करीब 75 से 80 हजार बोरी, राजस्थान की मंडियों में 8 से 10 हजार बोरी तथा सीधे मिलों में करीब पांच से आठ हजार बोरी माल पहुंच रहे हैं।
गुजरात के राजकोट में कैस्टर सीड के भाव बुधवार को 1,120 से 1,135 रुपये और गोंडल में 1,120 से 1,151 तथा राजनगर में 1,100 से 1,118 रुपये तथा जूनागढ़ में 1,111 से 1,121 रुपये प्रति 20 किलो रहे। कैस्टर तेल कार्मिशियल के दाम राजकोट में 1,100 रुपये तथा एफएसजी के 1,200 रुपये प्रति 10 किलो रहे।
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