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29 अगस्त 2023

ग्राहकी बनी रहने से अरहर एवं मसूर के साथ चना तथा मूंग में तेजी, उड़द के दाम कमजोर

नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग बनी रहने से घरेलू बाजार में सोमवार को अरहर एवं मसूर के साथ ही चना और मूंग की कीमतों में तेजी दर्ज की गई, जबकि इस दौरान उड़द के दाम कमजोर हुए।


भारतीय मौसम विभाग, आईएमडी के अनुसार चालू मानसूनी सीजन में पहली जून से 28 अगस्त के दौरान देशभर में सामान्य से 8 फीसदी कम बारिश हुई है। इस दौरान देशभर की 36 सबडिवीजनों में से 7 में बारिश सामान्य से कम हुई है। खरीफ दलहन के प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य भारत के साथ ही दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश सामान्य से कम हुई है, जिसका असर उत्पादन पर पड़ने की आशंका है।  

चेन्नई में बर्मा की लेमन अरहर के दाम स्थिर बने रहे, जबकि उड़द एफएक्यू और एसक्यू के दाम कमजोर हुए। लेमन अरहर के दाम अगस्त एवं सितंबर शिपमेंट के फसल सीजन 2023 के दाम 1,300 डॉलर प्रति टन सीएडंएफ पर स्थिर हो गए। इस दौरान उड़द एसक्यू और एफएक्यू के भाव अगस्त एवं सितंबर शिपमेंट के फसल सीजन 2023 के पांच से दस डॉलर कमजोर होकर भाव 1,030 डॉलर और 940 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ रह गए।

बर्मा से चेन्नई पहुंच उड़द की कीमतें कमजोर होने से घरेलू बाजार में भी इसकी कीमतों में मंदा आया, हालांकि व्यापारी अभी बड़ी गिरावट के पक्ष में नहीं है। त्योहारी सीजन के कारण उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग अभी बनी रहेगी जबकि बर्मा में पुरानी उड़द का बकाया स्टॉक पहले की तुलना में कम हुआ है। घरेलू बाजार में नई उड़द की आवक बनने में समय है। उड़द के उत्पादक राज्यों में अगस्त में औसत से कम बारिश हुई है, जिस कारण उत्पादन अनुमान में कमी आशंका है। जानकारों के अनुसार उड़द की कीमतों में गिरावट बर्मा में नई उड़द की आवक बढ़ने बनने के बाद ही आयेगी।

घरेलू बाजार में लेमन अरहर की कीमतों में तेजी जारी है, साथ ही अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के भाव भी तेज हो गए। जानकारों के अनुसार खपत का सीजन होने के कारण अरहर दाल में मांग बराबर बनी हुई है, तथा देसी अरहर का बकाया स्टॉक उत्पादक राज्यों में कम है। स्टॉक लिमिट लगी होने के कारण दाल मिलों के पास तय मात्रा में ही अरहर का स्टॉक है जबकि घरेलू मंडियों में देसी अरहर की आवक पहले की तुलना में कम हो गई है, साथ ही चालू खरीफ में इसकी बुआई भी पिछले साल की तुलना में कम हुई। इसलिए अरहर की कीमतों में तेजी बनी रहने का अनुमान है। अरहर के उत्पादक राज्यों कर्नाटक और महाराष्ट्र में अगस्त में बारिश सामान्य की तुलना में कम हुई है, जिसका असर उत्पादकता पर पड़ने का डर है।

दाल मिलों की खरीद बनी रहने से देसी के साथ ही आयातित मसूर के दाम तेज बने हुए हैं। व्यापारियों के अनुसार मसूर दाल में खपत राज्यों खासकर के बिहार, बंगाल एवं असम की मांग बनी हुई, इसलिए व्यापारी मसूर में ज्यादा मंदे में नहीं है। वैसे भी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मंडियों में देसी मसूर की आवकों में काफी कमी आई है। हालांकि कनाडा और ऑस्ट्रेलिया से आयातित मसूर की आवक बराबर बनी रहने का अनुमान है। ऐसे में इसके भाव में हल्की तेजी और भी बन सकती है लेकिन एकतरफा बड़ी तेजी के आसार अभी कम है।

दाल मिलों की खरीद बनी रहने से दिल्ली में चना के दाम लगातार चौथे कार्यदिवस में तेज हुए हैं। व्यापारियों के अनुसार चना में बढ़े पर मुनाफावसूली से हल्की गिरावट तो आ सकती है लेकिन अभी ज्यादा मंदे की उम्मीद कम है। उधर नेफेड चना की बिक्री लगातार दाम बढ़ाकर कर रही है, जबकि उत्पादक राज्यों में चना का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में काफी कम है। चना की नई फसल फरवरी, मार्च में ही आयेगी। त्योहारी सीजन के कारण चना दाल एवं बेसन की मांग अभी बनी रहेगी।

दाल मिलों की मांग सुधरने से मूंग के दाम तेज हुए हैं। व्यापारियों के अनुसार राजस्थान के साथ ही महाराष्ट्र की मंडियों में नई मूंग की आवक तो शुरू हो गई है, लेकिन अन्य दालों के दाम तेज होने के कारण बिकवाली कम आ रही है। हालांकि मौसम अनुकूल रहा तो सितंबर में आवक बढ़ेगी। ऐसे में इसके भाव में अभी बड़ी तेजी के आसार कम है। खपत का सीजन होने के कारण मूंग दाल की मांग अभी बनी रहेगी।

चेन्नई में उड़द एसक्यू के भाव हाजिर डिलीवरी के 25 रुपये कमजोर होकर भाव 8,650 से 8675 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि उड़द एफएक्यू के दाम हाजिर डिलीवरी के भाव 8,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

दिल्ली में उड़द एसक्यू के भाव हाजिर डिलीवरी के 25 रुपये कमजोर होकर भाव 9,050 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि उड़द एफएक्यू के दाम हाजिर डिलीवरी के 50 रुपये घटकर 8,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव 50 रुपये कमजोर होकर दाम 8300 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

चेन्नई में लेमन अरहर के भाव 50 रुपये तेज होकर दाम 10,750 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

दिल्ली में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये बढ़कर भाव 10,950 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये बढ़कर भाव 10,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतें तेज हुई। सूडान से आयातित अरहर के दाम 50 रुपये बढ़कर भाव 11,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मोजाम्बिक की सफेद अरहर के भाव 50 रुपये तेज होकर दाम 9550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 50 रुपये बढ़कर 9450 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। इस दौरान मलावी से आयातित अरहर के भाव 8950 रुपये प्रति क्विंटल स्थिर हो गए।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से मध्य प्रदेश की मसूर के दाम दिल्ली में 50 रुपये तेज होकर 6750 से 6725 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 25 रुपये बढ़कर 6225 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 25 रुपये तेज होकर 6300 से 6325 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 50 रुपये तेज होकर दाम 6550 से 6600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। कनाडा की मसूर की कीमतें वैसल में 6200 से 6350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 50  रुपये तेज होकर 6550 से 6600 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई।

दिल्ली में राजस्थान के चना के भाव 175 रुपये तेज होकर दाम 6,300 से 6,325 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव 175 रुपये बढ़कर 6,300 से 6,325 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

राजस्थान लाईन की मूंग की कीमतें दिल्ली में 150 रुपये तेज होकर दाम 8400 से 8500 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। इंदौर में मूंग के बिल्टी भाव बढ़कर 8600 से 8800 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। जयपुर में मूंग के बिल्टी भाव 6800 से 8300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

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