नई
दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण सोमवार को बर्मा की उड़द
एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में तेजी दर्ज की गई, जबकि मसूर और मूंग के
भाव में गिरावट आई। अरहर के साथ ही चना की कीमतें लगभग स्थिर हो गई।
व्यापारियों
के अनुसार अरहर एवं उड़द के आयात पड़ते महंगे हैं, तथा बीते सप्ताह बर्मा
में उड़द और लेमन अरहर की कीमतों में तेजी आई थी। घरेलू बाजार में जहां अरहर
में अच्छी क्वालिटी की उपलब्धता कम है, वहीं समर सीजन की उड़द की आवक
उत्पादक राज्यों की मंडियों में अब कम होने लगी है। खरीफ की उड़द की आवक
सितंबर, अक्टूबर में ही बनेगी जबकि अरहर की नई फसल की आवक दिसंबर में
बनेगी। ऐसे में इनकी कीमतों में आगे सुधार ही आने के आसार हैं।
पिछले
24 घंटों के दौरान गुजरात और मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में सामान्य से
ज्यादा बारिश हुई है, जबकि जुलाई में महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और तेलंगाना
में भी सामान्य से ज्यादा बारिश होने के कारण कई क्षेत्रों में अरहर और उड़द
के साथ ही मूंग की फसल को भी नुकसान की आशंका है।
भारतीय मौसम
विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश में 44 फीसदी
और पूर्वी मध्य प्रदेश में 99 फीसदी बारिश सामान्य से ज्यादा हुई है। इस
दौरान गुजरात रीजन में सामान्य से 88 फीसदी और सौराष्ट्र तथा कच्छ में
सामान्य से 91 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई। पहली जून से 25 जुलाई तक
देशभर में सामान्य से 11 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है जबकि अभी भी करीब 18
फीसदी हिस्से में सामान्य से कम बारिश हुई है। इस दौरान 19 फीसदी क्षेत्रफल
में अत्याधिक और 35 फीसदी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
नेफेड
पुराने चना की लगातार बिकवाली कम रही है, तथा पुरानी चना की क्वालिटी काफी
हल्की है। इसलिए जब तक नेफेड की बिकवाली बनी रहेगी, चना की कीमतोें में बड़ी
तेजी के आसार नहीं है। उत्पादक मंडियों में मूंग समर मूंग की आवक बनी हुई
है, जबकि चालू खरीफ में मूंग की बुआई पिछले साल की तुलना में बड़ी है। ऐसे
में मूंग की कीमतों में स्टॉकिस्ट हल्की तेजी तो कर सकते हैं लेकिन बड़ी
तेजी टिक नहीं पायेगी। कनाडा एवं आस्ट्रेलिया से आयातित मसूर के दाम नीचे
हैं, तथा केंद्र सरकार ने मसूर के शुल्क मुक्त आयात की अवधि को 31 मार्च
2023 तक बढ़ा दिया है। इसलिए मसूर की कीमतों में भी बड़ी तेजी की उम्मीद कम
है।
दिल्ली में बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव के भाव में
50-50 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमशः 7,750 रुपये तथा 8,750 रुपये प्रति
क्विंटल हो गए।
आंध्रप्रदेश लाइन की नई उड़द का दिल्ली के लिए व्यापार 8,200 रुपये प्रति क्विंटल की पूर्व दर पर हुआ।
चेन्नई
में एसक्यू उड़द हाजिर डिलीवरी के भाव 8,475 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर
बने रहे, जबकि उड़द एफएक्यू के हाजिर डिलीवरी के दाम 7,450 से 7,475 रुपये
प्रति क्विंटल बोले गए।
मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव मिलों की सीमित खरीद से 7,450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर 2022 की फसल के भाव 7,100 से 7,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
दिल्ली डिलीवरी के लिए महाराष्ट्र की नांदेड़ लाईन की अरहर 7,200 से 7,400 रुपये प्रति क्विंटल की पूर्व दर पर स्थिर बनी रही
इस दौरान चेन्नई में बर्मा की लेमन अरहर की कीमतें 6,900 से 6,925 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
मुंबई में बर्मा की लेमन अरहर में मिलों की सीमित मांग से 6,900 से 6,950 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे।
अफ्रीकी
देशों से आयातित अरहर की कीमतें भी स्थिर हो गई। तंजानिया की अरुषा अरहर
के दाम 5,800 से 5,900 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। इस दौरान मटवारा की
अरहर के भाव 5,600 से 5,700 रुपये के पूर्व स्तर पर स्थिर रहे। मोजाम्बिक
लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 5,700 से 5,750 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर
रही। मलावी अरहर के दाम 5,250 से 5,350 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
दिल्ली
में मध्य प्रदेश और कनाडा की मसूर की कीमतों में 50-75 रुपये की गिरावट
आकर भाव क्रमशः 7,150 रुपये और 6,925 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
केंद्र सरकार ने मसूर के शुल्क मुक्त आयात को 31 मार्च 2023 तक बढ़ा दिया है। इसे पहले 30 सितंबर 2022 तक अनुमति दी गई थी।
कनाडा से आयातित मसूर के भाव बंदरगाह पर 6,270 रुपये प्रति क्विंटल बैठ रहे है।
मुंबई
में कनाडा की मसूर के दाम कंटेनर में 7,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर
रहे, जबकि ऑस्ट्रेलियाई मसूर के दाम कंटेनर में 7,200 रुपये प्रति क्विंटल
के पूर्व स्तर पर स्थिर हो गए। इन भाव में कोई खास व्यापार नहीं हुआ।
दिल्ली
में राजस्थानी चना की कीमतें 4,925 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही,
जबकि मध्य प्रदेश के चना के दाम 4,875 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
दिल्ली
में कानपूर लाई की मूंग के दाम 50 रुपये कमजोर होकर 6,450 रुपये प्रति
क्विंटल रह गए, जबकि मध्य प्रदेश लाईन की मूंग के भाव 150 रुपये घटकर 6,500
से 6,600 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गए।
26 जुलाई 2022
बर्मा की उड़द तेज तो अरहर और चना के भाव रुके, मसूर और मूंग में मंदा
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