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30 जुलाई 2022

चालू खरीफ में कर्नाटक, तेलंगाना और गुजरात में दलहन की बुआई घटी

नई दिल्ली। चालू मानसूनी सीजन के लगभग दो महीने बीतने को हैं, लेकिन इस दौरान हुई असामान्य बारिश का असर कर्नाटक, तेलंगाना और गुजरात में दालों की बुआई पर पड़ा है तथा इन राज्यों में बुआई पिछले साल की तुलना में पिछड़ रही है। जानकारों के इन राज्यों में जहां जून में सामान्य की तुलना में कम बारिश हुई थी, वहीं जुलाई में सामान्य से ज्यादा बारिश का असर बुआई पर पड़ा है।

कर्नाटक में 22 जुलाई तक चालू खरीफ में दलहनी फसलों की बुआई अभी तक केवल 16.94 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 18.31 लाख हेक्टेयर से कम है। खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुआई चालू खरीफ में 11.49 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 12.73 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। मूंग की बुआई राज्य में चालू खरीफ में 3.88 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 3.93 लाख हेक्टेयर से कम है। उड़द की बुआई चालू खरीफ में 91,600 हेक्टेयर में ही हुई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 91,900 से थोड़ी पिछे है।

गुजरात के कृषि निदेशालय के अनुसार राज्य में 25 जुलाई तक चालू खरीफ सीजन में दालों की बुआई 2.85 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 3.80 लाख हेक्टेयर की तुलना में 24.84 फीसदी कम है। राज्य में अरहर की बुआई 1.72 लाख हेक्टयेर में, मूंग की 44,169 हेक्टेयर में और उड़द की बुआई 60,588 हेक्टेयर में ही हुई है। पिछले साल इस समय तक राज्य में इनकी बुआई क्रमशः 1.95 लाख हेक्टेयर में, 53,115 हेक्टेयर में और 1.23 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।

तेलंगाना में 27 जुलाई तक खरीफ दालों की बुआई केवल 5.51 लाख एकड़ में ही हो पाई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 10.26 लाख एकड़ की तुलना में 46.25 फीसदी कम है। राज्य में खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुआई 4.69 लाख एकड़ में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुआई 8.56 लाख एकड़ में हो चुकी थी। राज्य में मूंग की बुआई 55,675 एकड़ में और उड़द की 25,830 एकड़ में ही हुई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमशः 1.27 लाख एकड़ और 41,088 एकड़ में हो चुकी थी।

भारतीय मौसम विभाग, आईएमडी के अनुसार पहली जून से 28 जुलाई तक नार्थ इस्ट कर्नाटक में जहां सामान्य से 29 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है, वहीं साउथ इस्ट कर्नाटक में इस दौरान सामान्य की तुलना में 35 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई।

इसी तरह से तेलंगाना में इस दौरान सामान्य के मुकाबले 104 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है।

उधर गुजरात रीजन में इस दौरान जहां सामान्य से 49 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है, जबकि सौराष्ट्र और कच्छ में इस दौरान सामान्य की तुलना में 66 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई।

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