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19 जुलाई 2022

उत्तर भारत के राज्यों में धान की रोपाई पीछे, मानसूनी बारिश की कमी का असर

नई दिल्ली। मानसूनी बारिश कम होने के कारण चालू खरीफ सीजन में उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा के साथ ही उत्तर प्रदेश में धान की रोपाई पीछे चल रही है। भारतीय मौसम विभाग, आईएमडी के अनुसार इन राज्यों में पहली जून से 15 जुलाई तक बारिश सामान्य की तुलना में कम हुई है।

कृषि मंत्रालय के अनुसार पंजाब में चालू खरीफ में अभी तक 27.80 लाख हेक्टेयर में, उत्तर प्रदेश में 26.98 लाख हेक्टेयर में और हरियाणा 7.41 लाख हेक्टेयर में ही धान की रोपाई हो पाई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इन राज्यों में क्रमश: 29.47 लाख हेक्टेयर में, 35.29 लाख हेक्टेयर में और 7.94 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हो चुकी थी।

आईएमडी के अनुसार चालू खरीफ में पहली जून से 15 जुलाई तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में जहां सामान्य की तुलना में 69 फीसदी बारिश कम हुई है, वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 59 फीसदी बारिश सामान्य से कम दर्ज की गई। पंजाब में चालू सीजन में अभी तक सामान्य से 2 फीसदी और हरियाणा में 4 फीसदी बारिश कम हुई है।

जानकारों के अनुसार इन उत्तर भारत के राज्यों में सिंचाई के साधन है, तथा चालू सीजन में धान की कीमतें तेज रही थी, जिस कारण आगामी दिनों में धान की रोपाई में तेजी आएगी, साथ ही कुल रोपाई पिछले साल की तुलना में बढ़ने का अनुमान है।

मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में छत्तीसगढ़ में धान की रोपाई अभी तक 16.38 लाख हेक्टेयर में, बिहार में 6.06 लाख हेक्टेयर में और मध्य प्रदेश में 7.01 लाख हेक्टेयर में ही हुई है। पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी रोपाई क्रमश: 19.69 लाख हेक्टेयर में, 8.77 लाख हेक्टेयर में और 9.63 लाख हेक्टेयर हो चुकी थी।

चालू खरीफ में धान की कुल रोपाई अभी तक कुल 128.50 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले खरीफ की समान अवधि में इसकी रोपाई 155.53 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।


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