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05 जुलाई 2022

मिलों की कमजोर मांग से उड़द एवं मसूर नरम, केंद्रीय पूल में अरहर एवं उड़द का बकाया स्टॉक कम

नई दिल्ली। दाल मिलों की कमजोर मांग एवं स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली से सोमवार को उड़द और मसूर की कीमतों में नरमी दर्ज की गई, जबकि अरहर के भाव स्थिर बने रहे। नीचे दाम पर बिकवाली कम आने से चना की कीमतों में सुधार आया। जानकारों के अनुसार अरहर एवं उड़द के आयात पड़ते महंगे हैं, तथा आगामी दिनों दालों की खपत में सुधार आयेगा, इसलिए इनके भाव बढ़ने का अनुमान है।

जानकारों के अनुसार सरकार द्वारा उड़द के आयात की खबर से बाजार में मुनाफावसूली आने से कीमतों में नरमी तो आई है, लेकिन एक तो आयात पड़ते महंगे हैं। दूसरा खरीफ उड़द की आवक सितंबर में बनेगी, इसलिए आगे उड़द की कीमतों में फिर सुधार आने के आसार हैं। अरहर का उत्पादक राज्यों में बकाया स्टॉक तो है, लेकिन एक तो केंद्रीय पूल में अरहर कम है, दूसरा नई फसल की आवक दिसंबर में बनेगी। अरहर के आयात पड़ते भी महंगे हैंं। इसलिए अरहर की कीमतों में भी आगे सुधार आने क आसार हैं।

कनाडा से मसूर का आयात होने से इसकी कीमतों पर दबाव है, लेकिन चालू महीने के अंत तक देसी मसूर की आवक कम हो जायेगी, तथा मध्य जुलाई के बाद मसूर दाल की खपत बढ़ने का अनुमान है। इसलिए मसूर की कीमतों में ज्यादा मंदा आने के आसार नहीं है। चना की कीमतों में आगे हल्का सुधार और भी बनने की उम्मीद है।

कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स, सीएआईटी ने सरकार से प्रि पैक्ड और प्री लेबल्ड पर 5 फीसदी जीएसटी लगाए जाने पर पुनर्विचार करने को कहां है। आज सीएआईटी की मीटिंग में कहां गया कि जीएसटी से देश की 6,500 अनाज मंडियों में काम कर रहे व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। सभी पर एक समान 5 फीसदी जीएसटी लगाने से छोटे कारोबारी खत्म हो जायेंगे, तथा बड़ी कंपनियों का वर्चस्व बढ़ेगा। साथ ही इससे उपभोक्ताओं को भी महंगा सामान खरीदना पड़ेगा। जीएसटी को लेकर देशभर के व्यापारी एवं मिल मालिक हड़ताल पर जाने का विचार कर रहे हैं।

भारतीय मौसम विभाग, आईएमडी के अनुसार देशभर में मानसून सक्रिय हो गया है, हालांकि देशभर के करीब 32 फीसदी क्षेत्रफल में अभी भी बारिश सामान्य की तुलना में कम हुई है। मोसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, तटीय कर्नाटक और गुजरात के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

खरीफ दलहन उत्पादक राज्यों में मध्य जुलाई तक बारिश कैसी होगी, इस पर भी दालों की तेजी, मंदी निर्भर करेगी। अच्छी बारिश हुई तो फिर बुआई में बढ़ोतरी की संभावना बनेगी।

दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर 2022 की फसल के भाव 6,750 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

दिल्ली डिलीवरी के लिए महाराष्ट्र की नांदेड़ लाईन की अरहर के भाव 6,650 से 6,850 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर बोले गए।

इस दौरान चेन्नई में बर्मा की लेमन अरहर की कीमतें 6,500 से 6,525 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही।

मुंबई में बर्मा की लेमन अरहर में मिलों की सीमित मांग से भाव 6,450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतें भी स्थिर बनी रही। तंजानिया की अरुषा अरहर के दाम 5,550-5,600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान मटवारा अरहर के दाम 5,450 से 5,500 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 5,400 से 5,450 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर हो गई। मलावी अरहर के दाम 5,000 से 5,100 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दिल्ली में बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव के भाव में 50-50 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 7,450 रुपये और 8,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

आंध्रप्रदेश लाइन की नई उड़द का दिल्ली के लिए व्यापार 100 रुपये कमजोर 7,900 से 8,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर हुआ।

मुंबई में बर्मा उड़द एफएक्यू की कीमतों में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 7,300 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

चेन्नई में उड़द एसक्यू हाजिर डिलीवरी के भाव में 100 रुपये का मंदा आकर दाम 8,075 रुपये और अगस्त डिलीवरी के दाम 100 रुपये कमजोर होकर 8,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

दिल्ली में मध्य प्रदेश और कनाडा की मसूर की कीमतों में 25-25 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 7,250 रुपये और 7,050 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

कनाडा की मसूर के भाव मुंबई और मुंद्रा बंदरगाह के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई मसूर की कीमतें स्थिर बने रही। ऑस्ट्रेलियाई मसूर के भाव कंटेनर में जहां 7,350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे, वहीं कनाडा की मसूर के भाव इस दौरान 7,250 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर टिके रहे।

दिल्ली में चना के दाम 25 रुपये तेज होकर राजस्थानी के भाव 4,850 रुपये और मध्य प्रदेश के चना के भाव 4,775 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

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