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30 जुलाई 2022

अच्छे मानसून के बाद भी कर्नाटक में मोटे अनाज, दलहन एवं तिलहन की बुआई पिछे, कपास की आगे

दिल्ली। अच्छी बारिश के बावजूद भी चालू खरीफ सीजन में कर्नाटक में 22 जुलाई तक मोटे अनाजों के साथ ही दलहन एवं तिलहन की बुआई पिछड़ रही है, जबकि कपास की बुआई में जरुर बढ़ोतरी हुई है।

भारतीय मौसम विभाग, आईएमडी के अनुसार राज्य में पहली जून से 27 जुलाई तक सामान्य की तुलना में 107 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।

राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चालू खरीफ में राज्य में दलहनी फसलों की बुआई अभी तक केवल 16.94 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 18.31 लाख हेक्टेयर से कम है। खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुआई चालू खरीफ में 11.49 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 12.73 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। मूंग की बुआई राज्य में चालू खरीफ में 3.88 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 3.93 लाख हेक्टेयर से कम है।

तिलहनी फसलों की बुआई चालू खरीफ में राज्य में 7.83 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में इनकी बुआई 8.67 लाख हेक्टयेर में हो चुकी थी। खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुआई चालू खरीफ में राज्य में बढ़कर 4.07 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 3.78 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। मूंगफली की बुआई चालू खरीफ में 2.14 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस सयम तक इसकी बुआई 3.66 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। सनफ्लावर की बुआई चालू खरीफ में 1.40 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 95 हजार हेक्टेयर से ज्यादा है।

धान, ज्वार, बाजरा एवं मक्का तथा रागी की बुआई चालू खरीफ में 17.17 हेक्टेयर में ही र्हुइ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई 20.33 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। धान की रोपाई चालू सीजन में 2.44 हेक्टेयर में और मक्का की 12.33 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले खरीफ में इस समय तक इनकी बुआई क्रमशः 2.82 लाख हेक्टेयर और 12.54 लाख हेक्टयेर में हो चुकी थी।

कपास की बुआई चालू खरीफ में राज्य में बढ़कर 6.59 लाख हेक्टेयर हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुआई केवल 5.06 लाख हेक्टयेर में ही हुई थी। कपास की बुआई का लक्ष्य 7.28 लाख हेक्टेयर तय किया गया है।

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