नई
दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में राजस्थान में कपास के साथ ही गुवार की बुआई
में बढ़ोतरी हुई है, जबकि तिलहन की प्रमुख फसल मूंगफली के साथ ही सोयाबीन
की बुआई पिछड़ रही है। राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार 29 जून तक राज्य
में 39.93 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई हो चुकी है, जोकि पिछले साल
की समान अवधि के 30.90 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
निदेशालय के अनुसार चालू खरीफ में कपास की बुआई बढ़कर राज्य में 5.58 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 5.38 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। हालांकि कुल बुआई तय लक्ष्य 8 लाख हेक्टेयर से कम है। ग्वार सीड की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 4.63 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 2.42 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल मूंगफली की बुआई चालू खरीफ में 3.55 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 5.09 लाख हेक्टेयर में इसकी बुआई हो चुकी थी। इसी तरह से सोयाबीन की बुआई चालू खरीफ में राज्य में 2.22 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 2.27 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। तिलहनी फसलों की कुल बुआई चालू खरीफ में 6.04 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस सयम तक इनकी बुआई 7.51 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
दालों की बुआई चालू खरीफ सीजन में बढ़कर 8.35 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 4.45 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। खरीफ दलहन में मूंग की बुआई राज्य में 6.07 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 3.58 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
धान, ज्वार, बाजरा एवं मक्का की बुआई चालू खरीफ में 14.31 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 10.15 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। बाजरा की बुआई चालू सीजन में बढ़कर 12.37 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुआई केवल 6.97 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी।
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