नई
दिल्ली। चालू तेल वर्ष 2021-22
(नवंबर-21 से जून-22
)
के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में एक फीसदी की बढ़ोतरी होकर
कुल आयात 8,760,640 टन का हुआ है, जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में
इनका आयात 8,674,012 टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार जून में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 0.44 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 991,650 टन का ही हुआ, जबकि पिछले साल जून में इनका आयात 996,014 टन का हुआ था। जून में जहां खाद्य तेलों का आयात 941,471 टन का हुआ, वहीं इस दौरान अखाद्य तेलों का आयात 50,179 टन का हुआ।
एसईए के अनुसार इंडोनेशियाई सरकार ने पाम तेल के निर्यात पर 28 अप्रैल को प्रतिबंध लगाया था, जिस कारण निर्यात घटकर 10 साल के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अत: इंडोनेशियाई सरकार द्वारा निर्यात पर रोक लगा देने से वहां इन्वेंट्री बढ़ गई, तथा कारखानों के टैंक भी भरे गए। सूत्रों के अनुसार इंडोनेशिया में पाम तेल का स्टॉक बढ़कर इस दौरान करीब 8.5 मिलियन टन से अधिक हो गया। इसी कारण इंडोनेशिया ने 23 मई 2022 को निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा लिया, साथ ही इन्वेंट्री को कम करने के लिए निर्यात कर और लेवी को 575 डॉलर से घटाकर 488 डॉलर कर दिया, साथ ही इसमें और भी कमी करने की उम्मीद है। अत: इंडोनेशिया सरकार द्वारा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उठाये जा रहे कदमों से पाम तेल की कीमतों में हाल ही में भारी गिरावट आई है।
भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलीन के भाव घटकर जून में 1,519 डॉलर प्रति टन रह गए, जबकि मई में इसका भाव 1,769 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रूड पाम तेल के भाव जून में घटकर 1,557 डॉलर प्रति टन रह गए, जबकि मई में इसका भाव 1,811 डॉलर प्रति टन था। इस दौरान क्रुड सोया तेल का भाव मई के 1,889 डॉलर से घटकर जून में 1,686 डॉलर प्रति टन रह गया।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार जून में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 0.44 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 991,650 टन का ही हुआ, जबकि पिछले साल जून में इनका आयात 996,014 टन का हुआ था। जून में जहां खाद्य तेलों का आयात 941,471 टन का हुआ, वहीं इस दौरान अखाद्य तेलों का आयात 50,179 टन का हुआ।
एसईए के अनुसार इंडोनेशियाई सरकार ने पाम तेल के निर्यात पर 28 अप्रैल को प्रतिबंध लगाया था, जिस कारण निर्यात घटकर 10 साल के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अत: इंडोनेशियाई सरकार द्वारा निर्यात पर रोक लगा देने से वहां इन्वेंट्री बढ़ गई, तथा कारखानों के टैंक भी भरे गए। सूत्रों के अनुसार इंडोनेशिया में पाम तेल का स्टॉक बढ़कर इस दौरान करीब 8.5 मिलियन टन से अधिक हो गया। इसी कारण इंडोनेशिया ने 23 मई 2022 को निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा लिया, साथ ही इन्वेंट्री को कम करने के लिए निर्यात कर और लेवी को 575 डॉलर से घटाकर 488 डॉलर कर दिया, साथ ही इसमें और भी कमी करने की उम्मीद है। अत: इंडोनेशिया सरकार द्वारा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उठाये जा रहे कदमों से पाम तेल की कीमतों में हाल ही में भारी गिरावट आई है।
भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलीन के भाव घटकर जून में 1,519 डॉलर प्रति टन रह गए, जबकि मई में इसका भाव 1,769 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रूड पाम तेल के भाव जून में घटकर 1,557 डॉलर प्रति टन रह गए, जबकि मई में इसका भाव 1,811 डॉलर प्रति टन था। इस दौरान क्रुड सोया तेल का भाव मई के 1,889 डॉलर से घटकर जून में 1,686 डॉलर प्रति टन रह गया।
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