नई
दिल्ली। दाल मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की खरीद सीमित बनी रहने के कारण
शनिवार को आयातित के साथ ही देसी दलहन की कीमतों में मिलाजुला रुख देखा
गया। दिल्ली और मुंबई में जहां आयातित अरहर के भाव स्थिर बने रहे, वहीं
उत्पादक मंडियों में मूंग की कीमतों में मंदा आया, जबकि देसी मसूर और चना
के भाव में हल्का सुधार देखा गया। उड़द के दाम इस दौरान स्थिर बने रहे।
व्यापारियों के अनुसार उत्पादक मंडियों में अरहर, उड़द और चना की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी से नीचे बनी हुई है। हाजिर बाजार में नकदी की किल्लत के साथ ही दालों में थोक एवं खुदरा में ग्राहकी कमजोर होने से मिलर्स केवल जरुरत के हिसाब से ही दालों की खरीद कर रही हैं। जून में आमतौर पर दालों की खपत कम रहती है, इसलिए अभी इनकी कीमतों में हल्का सुधार तो आ सकता है लेकिन बड़ी तेजी के आसार नहीं है।
अरहर, उड़द और मसूर के आयात पड़ते महंगे हैं, तथा चालू खरीफ में अरहर और उड़द की बुआई में कमी आने की आशंका है। जानकारों के अनुसार महाराष्ट्र और कर्नाटक में अरहर और उड़द के बजाए किसान कपास और सोयाबीन की बुआई को प्राथमिका देंगे, क्योंकि किसानों को कपास और सोयाबीन के भाव अच्छे मिलें हैं।
जानकारों के अनुसार केंद्र सरकार दलहन, तिलहन एवं अन्य एग्री जिंसों की कीमतों की हर सप्ताह निगरानी कर रही है, तथा घरेलू बाजार में दालों की कीमतें अन्य सालों की तुलना में नीचे बनी हुई है, इसके बावजूद भी व्यापारियों में घबराहट है। घबराहट होने के कारण चना में इन भाव में भी बिकवाली बराबर बनी हुई है।
चालू समर सीजन में मूंग की बुआई बढ़ी है, जिससे उत्पादन अनुमान ज्यादा है। मध्य प्रदेश के बाद पंजाब एवं अन्य राज्यों में जून में मूंग की दैनिक आवक और बढ़ेगी, जिससे इसकी मौजूदा कीमतों में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल का और मंदा आने का अनुमान है।
स्थानीय मिलों की मांग सुधरने से दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू के भाव में 50 रुपये की तेजी आकर दाम 7,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि इस दौरान उड़द एफएक्यू के भाव में 25 रुपये का मंदा आकर भाव 6,975 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
आंध्र प्रदेश लाईन की नई उड़द का दिल्ली के लिए व्यापार 6,950 रुपये प्रति क्विंटल की पूर्व दर पर ही हुआ।
मुंबई में बर्मा उड़द एफएक्यू की की कीमतें 6,650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही।
इसी तरह से चेन्नई में बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतें क्रमश: 6,725 रुपये और 7,225 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर टिकी रही।
दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से दिल्ली में मध्य प्रदेश की मसूर के भाव में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 7,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान कनाडा की मसूर के दाम 7,050 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर स्थिर बने रहे।
दाल मिलों की सीमित मांग से कनाडा की मसूर के भाव मुंद्रा बंदरगाह पर 6,750-6,875 रुपये और आस्ट्रेलियाई मसूर के भाव कंंटेनर में 7,200-7,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इसी तरह से कनाडा की मसूर के दाम मुंबई कंटेनर में 7,150 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर स्थिर रहे।
कानपूर में देसी मसूर के भाव 6,875 से 6,900 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे, जबकि इंदौर में मसूर के बिल्टी भाव 50 रुपये बढ़कर 6,600 से 6,650 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
इंदौर मंडी में एवरेज क्वालिटी मूंग के दाम 100 रुपये घटकर 5,500 से 5,800 रुपये और बेस्ट क्वालिटी के बिल्टी भाव 100 रुपये कमजोर होकर 6,100 से 6,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
दिल्ली में मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 50 से 100 रुपये का मंदा आकर 6,350 से 6,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर के भाव 6,450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
दिल्ली डिलीवरी के लिए महाराष्ट्र की नांदेड़ लाईन की पुराने और नई अरहर के भाव क्रमशः 6,175 रुपये और 6,275 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
चेन्नई में, बर्मा की लेमन अरहर के भाव में 6,025 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
मिलों की सीमित मांग से मुंबई में बर्मा की लेमन अरहर के भाव 6,050 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर स्थिर बने रहे।
इस दौरान मुंबई में अफ्रीकी लाईन की अरहर के भाव रुक गए। तंजानिया की अरुषा अरहर और मटवारा अरहर के भाव क्रमश: 5,425-5,475 रुपये और 5,250 से 5,300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। मलावी अरहर के दाम भी 4,800-4,900 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। मोजाम्बिक लाईन की गजरी अरहर की कीमतें 5,300 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर हो गई।
नीचे दाम पर मांग निकलने से दिल्ली में राजस्थानी चना के भाव में 50 रुपये का सुधार आकर भाव 4,775 से 4,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मध्य प्रदेश के चना के दाम इस दौरान 25 रुपये तेज होकर 4,725 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें