नई दिल्ली। अप्रैल में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 13 फीसदी घटकर 9,11,846 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले साल अप्रैल में इनका आयात 10,53,347 टन का हुआ था। हालांकि चालू तेल वर्ष 2021-22 के पहले छह महीनों नवंबर 21 से अप्रैल 22 के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 4 फीसदी कम हुआ है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष के पहले छह महीनों नवंबर 21 से अप्रैल 22 के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 4 फीसदी बढ़कर 6,707,574 टन का हुआ है, जबकि इसके पिछले तल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात केवल 6,428,350 टन का ही हुआ था।
एसईए के अनुसार इंडोनेशिया ने पाम ऑयल के निर्यात पर 28 अप्रैल 2022 से पाबंदी लगा दी है। इससे दुनिया भर के उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। भारत हर महीने इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड तथा अन्य देशों से 6 से 6.5 लाख टन पाम ऑयल का आयात करता रहा है। इसमें से लगभग 3 लाख टन इंडोनेशिया से आरबीडी पॉमोलीन का आयात होता है। एसोसिएशन ने उम्मीद जताई है कि इंडोनेशिया मई खत्म होने से पहले पाम ऑयल के निर्यात पर पाबंदी हटा लेगा। लेकिन अगर उसने पाबंदी जारी रखी तो आयात प्रभावित होने का डर हैं क्योंकि दूसरे स्रोतों से उतना तेल उपलब्ध नहीं है।
एसईए के अनुसार इंडोनेशिया ने पाम ऑयल के निर्यात पर 28 अप्रैल 2022 से पाबंदी लगा दी है। इससे दुनिया भर के उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। भारत हर महीने इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड तथा अन्य देशों से 6 से 6.5 लाख टन पाम ऑयल का आयात करता रहा है। इसमें से लगभग 3 लाख टन इंडोनेशिया से आरबीडी पॉमोलीन का आयात होता है। एसोसिएशन ने उम्मीद जताई है कि इंडोनेशिया मई खत्म होने से पहले पाम ऑयल के निर्यात पर पाबंदी हटा लेगा। लेकिन अगर उसने पाबंदी जारी रखी तो आयात प्रभावित होने का डर हैं क्योंकि दूसरे स्रोतों से उतना तेल उपलब्ध नहीं है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें