नई
दिल्ली। ग्राहकी के अभाव में अरहर और उड़द की कीमतों में बुधवार को भी
गिरावट जारी रही, जबकि मसूर के भाव में मिलाजुला रुख देखा गया। चना एवं
मूंग में भी मिलों की खरीद कमजोर ही बनी रही। व्यापारियों के अनुसार जून
में दालों की खपत सामान्य की तुलना में कम होती है, जबकि घरेलू बाजार में
देसी एवं आयातित अरहर और उड़द का बकाया स्टॉक, घरेलू मांग के लिए पर्याप्त
है। इसलिए इनकी कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है।
अरहर की
कीमतों में हाल ही में आई गिरावट के कारण इसके दाम उत्पादक मंडियों में
न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी 6,300 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे आ चुके
है। जानकारों के अनुसार चालू वर्ष 2022 के पहले चार महीनों जनवरी से अप्रैल
के दौरान दालों का आयात बढ़कर 10.33 लाख टन का हो चुका है, तथा इसमें सबसे
ज्यादा हिस्सेदारी उड़द और अरहर की है।
नेफेड ने अरहर की एमएसपी
पर खरीद 31,464 टन की और मूंग की खरीद 16,977 टन की थी। जबकि चालू रबी सीजन
में चना की एमएसपी पर खरीद 16 लाख टन से ज्यादा की हो चुकी है।
व्यापारियों
के अनुसार देश में आमतौर पर चना की खपत 8 से 9 लाख टन की मासिक होती है,
लेकिन लॉकडाउन के बाद से चना की खपत घटकर आधी रह गई है। इसी तरह से अरहर की
महीने में तीन लाख टन से ज्यादा की होती थी, जोकि घटकर 2.50 लाख टन के
स्तर पर हा गई हैं। अत: दालों की कुल खपत में कमी आई है, जबकि चालू रबी में
चना और मसूर का उत्पादन अनुमान ज्यादा है।
चालू खरीफ में मानसूनी
बारिश सामान्य होने का अनुमान है तथा मानसून समय से पहले आने का अनुमान
है, जिससे खरीफ सीजन में दलहन की बुआई समय से हो पायेगी। हाजिर बाजार में
नकदी की किल्लत बनी हुई है, जिस कारण दालों में ग्राहकी सामान्य की तुलना
में कमजोर है।
बर्मा की लेमन अरहर 2022 की फसल की कीमतों में दिल्ली में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 6,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
चेन्नई में, बर्मा की लेमन अरहर के भाव में 50 रुपये की गिरावट आकर दाम 6,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
महाराष्ट्र
की नांदेड़ लाईन से पुरानी और नई अरहर का दिल्ली डिलीवरी का भाव क्रमशः
6,300 रुपये और 6,425 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर बोला गया, तथा
इन भाव में कोई व्यापार नहीं हुआ है।
मिलों की कमजोर मांग से मुंबई में बर्मा की लेमन अरहर की कीमतें 6,025 से 6,050 रुपये प्रति क्विंटल पर कमजोर बनी रही।
इस
दौरान मुंबई में अफ्रीकी लाईन की अरहर के भाव में गिरावट दर्ज की गई।
तंजानिया की अरुषा अरहर और मटवारा अरहर के दाम 50-50 रुपये घटकर क्रमश:
5,400 से 5,500 रुपये और 5,250 से 5,300 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मलावी
अरहर के दाम भी 50 रुपये घटकर 4,800-4,900 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मोजाम्बिक लाईन की गजरी अरहर की कीमतें 50 रुपये कमजोर होकर 5,350 रुपये
प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गई।
मिलों की मांग कमजोर होने से दिल्ली
में बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू नई के भाव में 75-75 रुपये की गिरावट
आकर दाम क्रमश: 7,000 रुपये और 7,575 से 7,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
इस दौरान उड़द एफएक्यू और एसक्यू पुरानी के भाव भी 75-75 रुपये नरम होकर
क्रमश: 6,950 रुपये और 7,525 से 7,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
आंध्र प्रदेश लाईन की नई उड़द का दिल्ली के लिए व्यापार 50 रुपये कमजोर होकर 7,050 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर हुआ।
मुंबई में बर्मा उड़द एफएक्यू की कीमतों में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 6,750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
चेन्नई
में एफएक्यू उड़द के भाव हाजिर डिलीवरी के 6,650 रुपये प्रति क्विंटल पर
स्थिर बने रहे, जबकि एसक्यू उड़द की कीमतों में 25 रुपये का मंदा आकर भाव
7,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
दाल मिलों की हाजिर मांग सुधरने
से दिल्ली में मध्य प्रदेश की नई मसूर के भाव में 50 रुपये की तेजी आकर भाव
7,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान कनाडा की मसूर के भाव 7,050
रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
दाल मिलों की सीमित मांग से
कनाडा की मसूर के भाव मुंद्रा और मुंबई बंदरगाह पर क्रमश: 6,650-6,825
रुपये और 7,150-7,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान
ऑस्ट्रेलियाई मसूर की कीमत 7,250 रुपये पर स्थिर बनी रही।
कानपूर में उत्तर प्रदेश लाईन की मसूर के दाम 25 रुपये बढ़कर 6,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दिल्ली में राजस्थानी चना के दाम 4,875 रुपये एवं मध्य प्रदेश के चना के भाव 4,800 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
19 मई 2022
ग्राहकी के अभाव में अरहर, उड़द में गिरावट जारी, मसूर में मिलाजुला रुख
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